शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भारत ने अपना जलवा दिखाया। भारत ने SCO समिट में रूस और मध्य एशियाई देशों के साथ ऊर्जा और सुरक्षा सहयोग को और गहरा करने पर जोर दिया। इससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर ठंडे होते दिखाई दे रहे हैं। SCO समिट के बाद कूटनीतिक हलचल भी तेज हो गई हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने दावा भी किया कि भारत ने अमेरिका के लिए टैरिफ घटाने का प्रस्ताव भेजा है।
ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में, ट्रम्प ने दोनों देशों के बीच व्यापार में असंतुलन की आलोचना की और भारत पर दशकों तक अमेरिकी माल पर निषेधात्मक रूप से उच्च टैरिफ लगाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंध एकतरफा रहे हैं। हालांकि भारत की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ट्रंप के मुताबिक भारत अमेरिकी कंपनियों को अपने बाजार में घुसने नहीं देता क्योंकि उसने अब तक सबसे ज्यादा टैरिफ लगाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार में अमेरिकी सामान की हिस्सेदारी बेहद कम है, जबकि भारत अमेरिका को भारी मात्रा में सामान बेचता है।
आर्थिक विश्लेषकों ने चेतावनी दी कि टैरिफ में निर्यात घाटे में 55-60 बिलियन डॉलर के बीच भारत की लागत आ सकती है। हालांकि भारत सरकार ने संकेत दिया है कि यह दबाव में नहीं आएगा। व्यापार मंत्री पीयूष गोयल ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा कि भारत न तो झुक जाएगा और न ही कभी कमजोर दिखाई देगा।
इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma