अशरफ गनी को बड़ा झटका, तालिबान को मिला पूर्व राष्ट्रपति के भाई का साथ

Webdunia
शनिवार, 21 अगस्त 2021 (12:02 IST)
काबुल। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी को उस समय बड़ा झटका लगा जब उनके भाई हश्मत गनी भी तालिबान में शामिल हो गए।
 
मीडिया खबरों के अनुसार, हशमत गनी ने तालिबानी नेता खलील-उर-रहमान और धार्मिक नेता मुफ्ती महमूद जाकिर की उपस्थिति में आतंकवादी समूह के लिए अपने समर्थन की घोषणा कर दी।
 
इससे पहले तजाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत मोहम्मद जहीर अघबार ने राष्ट्रपति अशरफ गनी पर सरकारी कोष से 16.9 करोड़ डॉलर की ‘चोरी’ करने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय पुलिस से उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
 
हालांकि अशरफ गनी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वे काबुल में रहते तो कत्लेआम मच जाता। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के कारण वे देश से दूर हैं। गनी ने उन खबरों को भी बेबुनियाद बताया जिसमें बताया गया था कि देश छोड़ते वक्त उन्होंने अपने हेलीकॉप्टर में ठूंस-ठूंस कर नकदी भरी, लेकिन जगह की कमी के कारण नोटों से भरे कुछ बैग रनवे पर ही छोड़ने पड़ गए। उन्होंने कहा कि मैं पैसे लेकर भागा हूं ये कोरी अफवाह है।
 
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जब जून में बाइडन से मुलाकात की थी तो उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति से आग्रह किया था कि अमेरिकियों को तत्काल वहां से निकालने को टाला जाए क्योंकि इससे तालिबान तेजी से आगे बढ़ेगा, लेकिन उनकी इस बात को अनसुना कर दिया गया।
 
बाइडन ने भी बुधवार को देश से भागने और तालिबान के सामने इतनी आसानी से समर्पण करने के लिए अफगान बलों को कसूरवार ठहराया।

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