कालेधन पर स्विट्जरलैंड में प्रधानमंत्री मोदी को मिली बड़ी सफलता

Webdunia
सोमवार, 6 जून 2016 (17:28 IST)
जिनीवा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कालेधन एवं कर चोरी तथा परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की  भारत की सदस्यता के दो अहम मुद्दों पर स्विट्जरलैंड का समर्थन प्राप्त करके बेहद अहम  कूटनीतिक उपलब्धि हासिल की है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ यहां द्विपक्षीय शिखर बैठक में स्विस राष्ट्रपति जॉन श्नाइडर अम्मान  ने पीएम मोदी को दोनों मुद्दों पर भारत के पक्ष का समर्थन करने का स्पष्ट संकेत दिया। 
 
मोदी ने स्विस राष्ट्रपति के साथ बातचीत के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित  करते हुए यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं एनएसजी में भारत की सदस्यता के दावे  को समझने एवं समर्थन देने के लिए स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति का आभारी हूं।
 
कालाधन एवं कर चोरी हम दोनों की साझी प्राथमिकता है। हमने कर चोरी करने वालों को  कानून के शिकंजे में लाने के लिए सूचनाओं के तेजी से आदान-प्रदान करने के बारे में चर्चा की  है। इस संबंध में सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान संबंधी समझौते पर शीघ्र बातचीत शुरू करना  जरूरी है।
 
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में संस्थागत सुधारों को लेकर दोनों पक्षों में सहमति बनने की  जानकारी दी और सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिए स्विट्जरलैंड का समर्थन करने  की घोषणा की।
 
उन्होंने कहा कि भारत एवं स्विट्जरलैंड वैश्विक वास्तविकताओं के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं  में सुधार के प्रति वचनबद्ध हैं। दोनों देश सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्यता के लिए एक-दूसरे  का समर्थन करने पर भी सहमत हुए हैं। (वार्ता)
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख