इंडोनेशिया में बारिश व भूस्खलन से 55 लोगों की मौत, 40 से अधिक लापता

Webdunia
सोमवार, 5 अप्रैल 2021 (12:12 IST)
जकार्ता। पूर्वी इंडोनेशिया में मूसलधार वर्षाजनित हादसों में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हो गए। देश की आपदा राहत एजेंसी ने बताया कि बारिश के कारण 40 से अधिक लोग लापता हैं। स्थानीय आपदा एजेंसी के प्रमुख लेनी ओला ने बताया कि ईस्ट नूसा टेंगारा प्रांत के एडोनारा द्वीप में आधी रात के बाद लामेनेले गांव में हजारों घरों पर आस-पास की पहाड़ियों से कीचड़ गिरा जिसके कारण मारे गए 38 लोगों के शवों को बचावकर्ताओं ने बरामद कर लिया है और कम से कम 5 लोग घायल हैं।

ALSO READ: भूस्खलन से बंद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 2 दिन बाद खुला
 
राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी ने बताया कि बाढ़ के कारण कम से कम 17 अन्य लोगों की मौत हो गई और कम से कम 42 लोग लापता हैं। एजेंसी प्रवक्ता रादित्या जती ने बताया कि बिजली आपूर्ति ठप होने और सड़कों पर कीचड़ एवं मलबा होने के कारण राहत कार्य बाधित हुआ।

उन्होंने बताया कि रविवार रात तक सैकड़ों लोग राहत कार्य में जुटे रहे। बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 6 गांव प्रभावित हुए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान जान-माल के हुए नुकसान की सटीक जानकारी हासिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बिहार चुनाव से पहले SIR का क्यों है डर? जानिए चुनाव आयोग और विपक्ष का तर्क

Government Jobs : आने वाली है सरकारी नौकरियों की बाढ़, CAPF में 1.09 लाख पद खाली, 72,689 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: दैवीय हस्तक्षेप या राजनीतिक विवशता?

राहुल ने पीएम पद ठुकराया था, मनमोहन सिंह ने किया था ऑफर, सांसद पप्पू यादव का सनसनीखेज खुलासा

गोरखपुर के PAC ट्रेनिंग सेंटर में बवाल, सुविधाओं को लेकर महिला सिपाहियों का हंगामा

सभी देखें

नवीनतम

Weather Update: मानसून हुआ और भी सक्रिय, 8 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, IMD का अलर्ट

इस्तीफे के बाद बंगला खाली करने पहुंचे, क्यों इतनी जल्दी में हैं जगदीप धनखड़?

LIVE: लंदन में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत, आज FTA पर हस्ताक्षर

नितिन गडकरी को मिलेगा लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार, 2023 में PM मोदी को मिला था यह सम्‍मान

ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध के निर्माण से भारत और बांग्लादेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा : चीन

अगला लेख