ईरान के खिलाफ इजराइल के युद्ध में शामिल होते हुए अमेरिका ने ईरान के फोर्डो परमाणु संवर्धन संयंत्र को तबाह करने के लिए अपने बहुचर्चित बंकर-बस्टर बम का इस्तेमाल किया। अमेरिका दुनिया का एकमात्र देश है जो सैन्य रूप से घातक इस बम को अत्याधुनिक स्टील्थ बी2 बमवर्षक से गिराने में समक्ष है। इसकी सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं।
इन बमों को पहाड़ की गहराई में बने फोर्डो परमाणु केंद्र को नुकसान पहुंचाने या नष्ट करने का सबसे अच्छे उपाय माना गया। यह परमाणु केंद्र इजराइल के एक सप्ताह के आक्रमण के दौरान भी हमलों से अछूता रहा था। बंकर बस्टर एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग उन बम का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिन्हें विस्फोट से पहले सतह को गहराई तक भेदने के लिए डिजाइन किया गया है।
अमेरिकी शस्त्रागार में इस श्रेणी का सबसे आधुनिक बम जीबीयू-57 ए/बी मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर है। अमेरिकी वायुसेना के अनुसार यह लगभग 13,600 किलोग्राम का सटीक-निर्देशित बम है गहराई में फौलादी तरीके से बनाए गए बंकर को भेदकर उसके अंदर के ढांचे और सामान को नष्ट करने के लिए बनाया गया है।
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06/22/25 Entries to underground Fordo nuclear site, mountainside damaged after US strikes, satellite photos show
— Ray Murray jr (@rmjr2654) June 22, 2025
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ऐसा माना जाता है कि यह बम पहले सतह को लगभग 200 फीट (61 मीटर) भेदते हुए नीचे जाता है और फिर धमाका करता है। अगर इस श्रेणी के बम को एक के बाद एक गिराया जाए तो प्रत्येक विस्फोट के साथ सतह से गहराई तक भेदने की क्षमता बढ़ती जाती है। यह तुरंत पता नहीं चल पाया कि रविवार की सुबह हमले में इस श्रेणी के कितने बम का इस्तेमाल किया गया है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma