जानिए ईरान और इजराइल की लड़ाई में किन देशों के ऊपर से होकर गुजरती हैं मिसाइलें

WD Feature Desk
शुक्रवार, 20 जून 2025 (16:32 IST)
Israel Iran war news: ईरान और इजराइल के बीच तनाव इन दिनों सुर्खियों में है। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमलों की खबरें लगातार सुनाने में aa रही हैं। चूँकि ईरान और इजराइल की कोई सीधी सीमा नहीं है और वे लगभग 1300 से 1500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, तो जाहिर है, इन हमलों में कई देशों के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल होता है। क्या आपने कभी सोचा है कि जब ये दोनों देश एक-दूसरे पर हमला करते हैं, तो उनकी मिसाइलें वास्तव में कहां से होकर गुजरती हैं?आइये जानते हैं इस हवाई मार्ग में कौन से देश शामिल हैं :

मध्य पूर्व का जटिल हवाई गलियारा
जब ईरान या इजराइल एक-दूसरे को निशाना बनाते हैं, तो उनकी मिसाइलों और ड्रोनों को एक जटिल हवाई मार्ग से गुजरना पड़ता है। यह कोई सीधी उड़ान नहीं होती, बल्कि इसमें कई संप्रभु राष्ट्रों का हवाई क्षेत्र शामिल होता है। इनमें से प्रमुख देश हैं:
इराक (Iraq): ईरान से निकलने वाली मिसाइलों के लिए इराक का हवाई क्षेत्र एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य मार्ग है। यह ईरान के पश्चिम में स्थित है और इजराइल तक पहुँचने के लिए मिसाइलों को इसके ऊपर से गुजरना पड़ता है। इराक की भौगोलिक स्थिति इसे इस हवाई मार्ग का एक अपरिहार्य हिस्सा बनाती है।
सीरिया (Syria): इराक के बाद सीरिया का नंबर आता है। सीरिया, इजराइल के उत्तर-पूर्व में स्थित है और ईरान से आने वाली मिसाइलों के लिए यह भी एक महत्वपूर्ण पारगमन बिंदु है। सीरिया में लंबे समय से चल रहे संघर्षों के कारण, इसका हवाई क्षेत्र अक्सर सैन्य गतिविधियों का गवाह रहा है।
जॉर्डन (Jordan): सीरिया के दक्षिण और इजराइल के पूर्व में स्थित जॉर्डन भी इस हवाई मार्ग का हिस्सा बन जाता है। ईरान की मिसाइलों को इजराइल तक पहुँचने के लिए अक्सर जॉर्डन के हवाई क्षेत्र का भी उपयोग करना पड़ता है।
लेबनान (Lebanon): इजराइल के ठीक उत्तर में स्थित लेबनान भी इस हवाई गलियारे में एक भूमिका निभाता है। हालांकि यह मुख्य रूप से मिसाइलों के अंतिम चरण में अधिक प्रासंगिक हो सकता है, लेकिन कुछ विशेष मिसाइल मार्गों के लिए इसका हवाई क्षेत्र भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इन देशों के हवाई क्षेत्रों को पार करने के बाद ही ईरान की मिसाइलें इजरायल के लक्ष्य तक पहुंच पाती हैं। यह स्थिति इन देशों के लिए भी सुरक्षा संबंधी चिंताएँ पैदा करती है, क्योंकि उनके संप्रभु हवाई क्षेत्र का उपयोग ऐसे सैन्य अभियानों के लिए किया जाता है।

ALSO READ: ईरान क्यों पढ़ने जाते हैं भारतीय छात्र, जानिए क्या हैं आकर्षण

कितनी देर में पहुंचती हैं मिसाइलें ?
यह जानकर आपको हैरानी होगी कि ये अत्याधुनिक मिसाइलें काफी कम समय में अपनी मंजिल तक पहुंच जाती हैं। जानकारी के अनुसार, ईरान अब तक इजराइल पर लगभग 370 बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल कर चुका है, जिनमें लंबी दूरी की मिसाइलें शामिल हैं। यदि ईरान मैक-5 (Mach-5) गति वाली बैलिस्टिक मिसाइल का उपयोग करता है, तो उसे इजराइल तक पहुंचने में लगभग 12 मिनट का समय लगता है। वहीं, कुछ अन्य मिसाइलों को अपने लक्ष्य तक पहुंचने और हिट करने में तो केवल 6 से 7 मिनट का ही समय लगता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ईरान को लेकर रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी, पुतिन की चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग से फोन पर बात, तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने के कितने आसार

राजा रघुवंशी हत्‍याकांड में नई मिस्‍ट्री गर्ल की एंट्री, कौन है सोनम की नई राजदार, क्‍यों उलझ रही गुत्‍थी?

जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में चौंकाने वाला खुलासा, supreme court panel ने सौंपी रिपोर्ट, महाभियोग की सिफारिश

तत्काल टिकट के लिए 1 जुलाई से पहले लिंक करना होगा आधार, वरना नहीं होगी बुकिंग, जानिए कैसे करें

Tej Pratap Yadav का X पर पोस्ट- शुरुआत तुमने की, अंत मैं करूंगा, किसकी ओर इशारा

सभी देखें

नवीनतम

ईरान को तबाह करने में अमेरिका क्यों कर रहा इजराइल की मदद? क्या फायदा हो रहा अमेरिका को?

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में कार ट्रक की टक्कर में 9 लोगों की मौत, एसयूवी के परखच्चे उड़ गए

योगी आदित्यनाथ ने किया गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन, कहा आजमगढ़ विकास की मुख्य धारा से जुड़ गया

जानिए ईरान और इजराइल की लड़ाई में किन देशों के ऊपर से होकर गुजरती हैं मिसाइलें

मानसून में एसी चलाने से पहले जरूर अपनाएं ये स्मार्ट टिप्स, वरना बढ़ सकती है परेशानी

अगला लेख