वाशिंगटन। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा है कि वह इस पद पर पहुंचने का श्रेय अपनी भारतीय-अमेरिकी मां के समर्पण, दृढ़ संकल्प और साहस को देती हैं। हैरिस भारतीय मूल की पहली अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि वे भारत में कैसे दिवाली मनाती थीं।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन की मेजबानी में आयोजित दिवाली समारोह में 200 से अधिक प्रख्यात भारतीय-अमेरिकियों की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि उनके समर्पण, दृढ़ संकल्प और साहस के कारण ही मैं अमेरिका की उपराष्ट्रपति के रूप में आपके सामने खड़ी हूं।
हैरिस ने बचपन में चेन्नई की अपनी यात्राओं और नाना-नानी के साथ दिवाली मनाने को याद किया। उन्होंने कहा कि बचपन में दिवाली की मेरे पास बहुत सी अच्छी यादें हैं। आप में से कई लोगों की तरह, हम हर दूसरे साल भारत जाते थे, और दिवाली मनाते थे। शाम के समय मेरी मां हमें फुलझड़ियां देती थीं और हम गलियों में जाकर इस बेहद खास अवसर का जश्न मनाते थे।
दिवाली के बारे में उन्होंने कहा कि यह त्योहार लोगों को अपनी और एक-दूसरे की अच्छी बातों को जानने का अवसर देता है। यह हमें शांति, न्याय, ज्ञान के लिए संघर्ष करने और अंधेरे में प्रकाश फैलाने की भी याद दिलाता है।
हैरिस ने कहा कि उनकी मां 19 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए अमेरिका आई थीं। उन्होंने कहा कि वह अपने आप आईं। स्तन कैंसर रिसर्चर बनना उनका लक्ष्य था। और हमारे देश में, इस देश में, उन्होंने अपना करियर बनाया। उन्होंने पीएचडी की उपाधि हासिल की, अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और मेरी बहन तथा मुझे पाला।
Edited by : Nrapendra Gupta (भाषा)