यूक्रेन के 4 राज्यों डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जपोरिजिया को रूस ने शुक्रवार को अपने इलाके में शामिल कर लिया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस उसका हिस्सा बने इन नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बाइडन ने कहा कि अमेरिका रूस के इन दावों को कभी मान्यता नहीं देगा।
खबरों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा करने के फर्जी दावे के साथ रूस हर जगह शांतिपूर्ण राष्ट्रों के लिए अवमानना दिखा रहा है। यूक्रेनी क्षेत्र को पुतिन द्वारा फर्जी तरीके से विलय किए जाने को खारिज करते हुए अमेरिका ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से जुड़े 1000 से अधिक लोगों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया जिसमें उसके सेंट्रल बैंक के गवर्नर और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्यों के परिवार शामिल हैं।
बाइडन ने कहा कि यूक्रेन पर कब्जा करने का रूस का कदम वैध नहीं है। पुतिन पर बरसते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पुतिन की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए यूक्रेन पर रूस का हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के बुनियादी सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है। बाइडन ने रूस के जनमत संग्रह की निंदा की। बाइडन ने कहा कि यह तथाकथित जनमत संग्रह मॉस्को का एक दिखावा था।
बाइडन ने कहा कि अमेरिका रूसी कदमों की निंदा करने और उसे जवाबदेह बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को उसके बचाव के लिए आवश्यक उपकरण मुहैया कराता रहेगा।
वित्त मंत्रालय ने रूस की विधायिका के सैकड़ों सदस्यों, देश के आर्थिक व सैन्य प्रतिष्ठानों की प्रमुख शख्सियतों और आपूर्तिकर्ताओं के नाम प्रतिबंध वाली सूची में रखा है। वाणिज्य विभाग ने निर्यात नियंत्रण उल्लंघनकर्ताओं की सूची में 57 कंपनियों को शामिल किया है तो वहीं विदेश विभाग ने 900 लोगों के नाम वीजा पाबंदी सूची में जोड़े हैं।
पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए बैठने का आग्रह किया, लेकिन आगाह किया कि मॉस्को रूस में शामिल किए गए उसके हिस्सों को नहीं छोड़ेगा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस उसका हिस्सा बने इन नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों को धता बताकर यूक्रेन के कुछ हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा के लिए क्रेमलिन में एक आयोजन किया। रूस ने जंग की शुरुआत में ही डोनेट्स्क और लुहांस्क को आजाद घोषित कर दिया था। खेरसॉन पर पहले ही कब्जा कर लिया था, जबकि जपोरिजिया पर पिछले महीने कब्जा किया।
क्रेमलिन में एक खास समारोह में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इन चारों राज्यों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में समझौते पर दस्तखत किए। इसी के साथ आगामी कुछ दिनों में इन इलाकों को औपचारिक रूप से रूस में शामिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इसके पहले क्रेमलिन के चौराहों को खास तौर पर सजाया गया था।
इस दौरान अपने भाषण में पुतिन ने कहा कि लोगों ने अपनी पसंद बता दी है और इन इलाकों को रूस का हिस्सा बनाना यहां के लोगों की इच्छा है। उन्होंने यूक्रेन से अपना सैन्य अभियान रोकने और बातचीत शुरू करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अधिकार में लिए गए नए इलाक़ों को लेकर कोई बातचीत नहीं की जाएगी। वहीं यूक्रेन का कहना है कि वह अपने इलाकों को मुक्त कराने के लिए लड़ाई जारी रखेगा।
अब यूक्रेन के 4 हिस्सों को खुद में मिलाकर रूस पश्चिमी देशों को ये संदेश देना चाहता है कि उसे रोकना मुश्किल है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, उनका देश नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होने के लिए एक त्वरित आवेदन दे रहा है। Edited by : Chetan Gour (एजेंसियां)