नादिया मुराद को साल का शांति का नोबेल

नादिया मुराद को साल का शांति का नोबेल
Webdunia
सुधीर यादव
ओस्लो। दुनियाभर के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में यौन हिंसा के खिलाफ काम करने के लिए यजीदी कार्यकर्ता एवं ईराकी नागरिक नादिया मुराद को इस बार दुनिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान और प्रतिष्ठित शांति के नोबेल सम्मान के लिए चुना गया है।

उनके साथ कांगो के चिकित्सक डेनिस मुकवेगे को भी शांति का नोबेल सम्मान दिया जाएगा। नादिया की कहानी दूसरों के लिए प्रेरणादायक है। संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल के सामने बयान देते हुए नादिया ने जब बताया कि आईएसआईएस के आतंकियों ने उसे तीन माह तक मोसुल में यौन दासी बनाकर रखा। उनको आतंकी शारीरिक व मानसिक यातना देते थे ओर बेहोश होने तक उनके साथ बलात्कार किया जाता था।

उनकी कहानी ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया। इतना सब होने के बावजूद नादिया विपरित हालातों से लड़ते हुए विश्व भर के युद्वग्रस्त इलाकों में यौन हिंसा के खिलाफ अपनी लडाई अभी भी जारी रखें हुए है। उनकी इसी जीजीविषा ने उन्हें इस बार शांति का नोबेल दिला दिया है ।

सम्बंधित जानकारी

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

मस्क ने X को अपनी ही कंपनी XAI को 33 अरब डॉलर में बेचा, जानिए क्यों

ट्रम्प का टैरिफ धमाका: कार बाजार पर संकट, चीन की चेतावनी

ISRO ने उपग्रहों के लिए स्टेशनरी प्लाज्मा थ्रस्टर का 1 हजार घंटे का जीवनकाल परीक्षण सफलतापूर्वक किया पूरा

24 घंटे, 15 झटके, 10 हजार मौतों की आशंका, ये है 200 साल में आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप से तबाही की पूरी कहानी

LIVE: म्यांमार में फिर भूकंप का झटका, 24 घंटे में 15वीं बार हिली धरती

अगला लेख