यूक्रेन यात्रा से पहले बोले मोदी, शांति बहाली के लिए भारत हरसंभव सहयोग देने को तैयार

कहा कि निर्दोष लोगों की जान जाना समूची मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 22 अगस्त 2024 (16:44 IST)
Narendra Modi's visit to Ukraine: यूक्रेन (Ukraine) की अपनी यात्रा से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को वारसॉ में कहा कि भारत का दृढ़ता से मानना है कि किसी भी संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं निकाला जा सकता और वह क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता (peace and stability) बहाल करने के लिए हरसंभव सहयोग देने को तैयार है।

ALSO READ: पीएम मोदी 10 घंटे ट्रेन से सफर कर पहुंचेंगे यूक्रेन, पोलैंड में दिया शांति का संदेश
 
मोदी ने पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ व्यापक वार्ता करने के बाद यह बात कही। बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-पोलैंड संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में तब्दील करने का निर्णय लिया। 2 देशों की यात्रा के दूसरे चरण में मोदी करीब सात घंटे के लिए कीव में होंगे। वह यूक्रेन की राजधानी के लिए आज शाम एक ट्रेन से रवाना होंगे और इस यात्रा की अवधि करीब 10 घंटे की होगी।

ALSO READ: वारसॉ पहुंचने पर पीएम मोदी ने कहा, पोलैंड यात्रा से द्विपक्षीय मित्रता को मिलेगी गति
 
मोदी ने टस्क के साथ बातचीत के बाद अपने प्रेस वक्तव्य में कहा कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत का दृढ़ता से मानना है कि युद्ध के मैदान में किसी भी समस्या का समाधान नहीं ढूंढा जा सकता।
 
निर्दोष लोगों की जान जाना समूची मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान जाना समूची मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम शांति एवं स्थिरता शीघ्र बहाल करने के लिए वार्ता और कूटनीति का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत, अपने मित्र देशों के साथ हर संभव सहायता देने को तैयार है। मोदी बुधवार को वारसॉ पहुंचे, जो करीब आधी सदी में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड की पहली यात्रा है।

ALSO READ: पीएम मोदी क्यों जा रहे हैं यूक्रेन, क्या नाराज होगा रूस?
 
उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत और पोलैंड के बीच संबंधों के लिए विशेष महत्व का है। 45 साल बाद, आज कोई भारतीय प्रधानमंत्री पोलैंड आया है। मोदी ने कहा कि इस साल हम अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर, हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में तब्दील करने का निर्णय लिया।
 
भारत और पोलैंड एक-दूसरे के साथ सहयोग करते रहे : मोदी ने कहा कि भारत और पोलैंड अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक-दूसरे के साथ सहयोग करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार वक्त की दरकार है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

चीन की यह परियोजना भारत के लिए है 'वाटर बम', अरुणाचल के CM पेमा खांडू ने चेताया

nimisha priya : कैसे बचेगी भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की जान, क्या होती है ब्लड मनी, किन हालातों में रुक सकती है फांसी

Donald Trump को Nobel Prize दिलाने के लिए उतावले क्यों हैं पाकिस्तान और इजराइल, क्या हैं नियम, कौन कर रहा है विरोध, कब-कब रहे हैं विवादित

बैकफुट पर CM रेखा गुप्ता, सरकारी आवास की मरम्मत का ठेका रद्द, जानिए कितने में हुआ था ठेका

Video : रिटायर होने के बाद क्या करेंगे गृह मंत्री अमित शाह, सहकारी कार्यकर्ताओं के सामने किया प्लान का खुलासा

सभी देखें

नवीनतम

गड्ढे में गुरुग्राम! पहली बारिश में ही 100 करोड़ के फ्लैट्स का भी हाल बेहाल, सोशल मीडिया पर गुस्से का सैलाब

भारत को इस्लामिक देश बनाने का ख्वाब देखने वाले छांगुर बाबा का तिलिस्म कैसे टूटा, फकीर से अरबपति बनने की कहानी

सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग से कहा, मतदाता सूची पुनरीक्षण में थोड़ी देर कर दी

कठुआ में भारी बारिश, पटरी से उतरी मालगाड़ी

पुल हादसे को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे ने साधा सरकार पर निशाना, बताया अक्षमता और लापरवाही

अगला लेख