पाकिस्तान में खदान में चट्टान खिसकने से 8 की मौत, 15 फंसे

Webdunia
शनिवार, 22 फ़रवरी 2020 (21:41 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बुनेर जिले के उत्तर-पश्चिम खैबर पखतून्ख्वा प्रांत में शनिवार को संगमरमर की खदान में चट्टान खिसने से उसमें दबकर 8 लोगों की मौत हो गई और कम से कम अन्य 15 फंस गए हैं।
 
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। बुनेर जिले के एक पुलिस अधिकारी ने स्थानीय मीडिया में बताया कि खदान से कम से कम 30 खनिक संगमरमर का पत्थर निकाले में व्यस्त थे तभी चट्टान खिसकने की घटना घटी और खदान में खनिक दब गए। खदान से अभी तक 8 शवों को बाहर निकाल लिया गया है और मलबे से 6 घायल खनिक भी मिले हैं।
 
उन्होंने बताया कि चट्टान के मलबे में अभी भी कम से कम 15 अन्य मजदूरों के फंसे होने की आशंका है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

मजदूरों को खदान से सुरक्षित बाहर निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्यों के लिए बचाव दलों के साथ पुलिस तत्काल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई।
 
स्थानीय निवासी भी बचाव दलों को प्रशासन की मदद में लगे हुए हैं ताकि मलबे में दबे लोगों को या फिर शवों को बाहर निकाला जा सके। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटनास्थल के पास 6 ट्रक खड़े हुए थे। ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

25 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र, 16 विधेयक पेश करने की तैयारी, वक्फ बिल पर सबकी नजर, अडाणी मामले पर हंगामे के आसार

असम के CM हिमंत का बड़ा फैसला, करीमगंज जिले का बदला नाम

Share Bazaar में भारी गिरावट, निवेशकों के डूबे 5.27 लाख करोड़ रुपए

PM मोदी करेंगे संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का शुभारंभ

सिंहस्थ से पहले उज्जैन को मिली 592 करोड़ की सौगात, CM यादव ने किया मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन

अगला लेख