British elections: पीएम ऋषि सुनक का भविष्य दांव पर, 40 हजार मतदान केंद्रों पर होगी वोटिंग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 4 जुलाई 2024 (11:43 IST)
लंदन। ब्रिटेन में गुरुवार को आम चुनाव हो रहे हैं जिसमें प्रधानमंत्री एवं कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। इन चुनाव में लगभग 4 करोड़ 65 लाख मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। मतदाता 650 निर्वाचन क्षेत्रों में संसद के सदस्यों के लिए मतदान करेंगे।
 
40,000 मतदान केंद्र खुले : स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे देशभर भर में बनाए गए करीब 40,000 मतदान केंद्र खुल गए, जहां मतदाता अपने पसंद के उम्मीदवार का चुनाव करेंगे। इस बार मतदान केंद्र पर पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य है। ऋषि सुनक ने बुधवार को लोगों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की।

ALSO READ: ब्रिटेन के चुनाव में मुद्दा बना कश्मीर, टोरी उम्मीदवार ने की अपील
 
उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि यही बात हमें एकजुट करती है। हमें लेबर पार्टी की बहुमत वाली सरकार को रोकना होगा, जो आप पर कर बढ़ाएगी। ऐसा करने का एकमात्र तरीका है, केवल कंजर्वेटिव पार्टी को वोट देना। देश में 2019 में हुए आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी 365 सीटों पर जीती थी, वहीं लेबर पार्टी ने 202 सीटें जीती थीं।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

उत्तर प्रदेश में गूगल मैप ने ले ली 3 लोगों की जान, जानिए कैसे हो गया हादसा?

ठंड दिखाने वाली है अपने तीखे तेवर, दक्षिण भारत में बारिश का अलर्ट, दिल्‍ली NCR में आई प्रदूषण में गिरावट

LIVE: संभल में हिंसा के दौरान 4 की मौत, कैसे रातोरात दफना दी गईं लाशें

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

अगला लेख