ताइपे। ताइवान की रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि 68 चीनी विमानों, 13 युद्धपोतों ने दूसरे दिन भी ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया है। इसी के साथ उसने वर्षों से मौजूद आधिकारिक 'बफर जोन' को लांघ दिया है। दरअसल, इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के जवाब में चीन 'अभूतपूर्व पैमाने' पर सैन्य अभ्यास कर रहा है।
खबरों के अनुसार, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि मध्य रेखा ताइवान जलडमरूमध्य में चीनी मुख्य भूमि और ताइवान के बीच अनौपचारिक से बांटने वाली रेखा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 68 चीनी विमानों, 13 युद्धपोतों ने मध्य रेखा को पार किया। ताइवान ने कहा कि चीन ने ताइवान के उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम तटों के आसपास बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं।
दूसरी ओर, चीन ने कहा कि पिछले दो दिनों में ताइवान के आसपास 100 से अधिक लड़ाकू विमानों और 10 युद्धपोतों ने बड़े पैमाने पर हुए सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया है। चीन का यह दावा कि ताइवान उसका क्षेत्र है और इसे बल प्रयोग के जरिए अपने नियंत्रण में लेने की उसकी धमकी पिछले सात दशक से सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रचार, शिक्षा प्रणाली और पूरी तरह से राज्य-नियंत्रित मीडिया में प्रमुखता से दर्शाई गई है।
चीन ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है और विदेशी सरकारों के साथ उसके संबंधों का विरोध करता है। चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि पेलोसी ने स्व-शासित द्वीप की अपनी यात्रा को लेकर चीन की चिंताओं और विरोध की अवहेलना की है।