ट्रंप ने वीजा प्रतिबंध 31 मार्च तक बढ़ाया, भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा असर

Webdunia
शुक्रवार, 1 जनवरी 2021 (13:19 IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी कामगारों की हित में एच-1बी वीजा के साथ ही अन्य विदेशी कार्यवीजा पर लगे प्रतिबंधों को तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया है।

ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस का इलाज और वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन श्रम बाजार और सामुदायिक स्वास्थ्य पर महामारी का असर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।

इस फैसले से बड़ी संख्या में भारतीय आईटी पेशेवर और कई अमेरिकी तथा भारतीय कंपनियां प्रभावित होंगी, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने एच-1बी वीजा जारी किया था।

ट्रंप ने पिछले साल 22 अप्रैल और 22 जून विभिन्न श्रेणियों के कार्य वीजा पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। उक्त आदेश 31 दिसंबर को खत्म हो रहा था, और उससे कुछ घंटों पहले ट्रंप ने गुरुवार को इसे 31 मार्च तक बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन वजहों से ये प्रतिबंध लगाए गए थे, वे नहीं बदले हैं।

एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को कुछ व्यवसायों के लिए विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है, जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से प्रत्येक वर्ष दसियों हजार कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं।

इस फैसले से अपने एच-1बी वीजा के नवीनीकरण का इंतजार कर रहे भारतीय पेशवरों पर भी असर पड़ेगा।  (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

EPFO से जुड़ी खुशखबरी, ऑटो क्लेम सेटलमेंट लिमिट 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए, आपका कैसे होगा फायदा

क्या भाजपा में शामिल हो रहे हैं कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर?

ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने भर से आपको छूट नहीं मिल सकती, सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा क्यों कहा

1 जुलाई से महंगा हो जाएगा ट्रेन का सफर, रेलवे ने बढ़ाए टिकटों के दाम, जानिए कितनी बढ़ेंगी कीमतें

EC का राहुल गांधी को जवाब, आइए सामने बैठकर करते हैं सभी मुद्दों पर चर्चा

सभी देखें

नवीनतम

डोनाल्ड ट्रंप नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट, क्या मिलेगा शांति पुरस्कार?

आसाराम की जमानत अवधि बढ़ाने की याचिका पर कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा

भारत ने चीन से आयातित 4 रसायनों पर लगाया डंपिंगरोधी शुल्क, जानें क्या होगा असर

मध्यप्रदेश के गुना में कुएं में संदिग्ध जहरीली गैस से 5 लोगों की मौत

इजराइली हमलों में कम से कम 14 वैज्ञानिकों की मौत, कितना प्रभावित होगा ईरान का परमाणु कार्यक्रम, क्या कहते हैं एक्सपर्ट्‍स

अगला लेख