संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को राइट टू रिप्लाई के तहत एक बार फिर मुंह की खाना पड़ी। महासभा में जहां जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को एक बार फिर पाकिस्तान ने हवा देने की कोशिश की। इसके अवेज में यूएन में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया। जिसके बाद से वह सोशल मीडिया पर छा गईं। साथ ही पूरी दुनिया में उनके इस साहसिक जवाब के लिए तारीफ की जा रही है। बता दें कि, संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान, स्नेहा ने धारा 370 को निरस्त करने पर इमरान खान के बयान का जवाब दिया था। स्नेहा के भाषण की 8 मुख्य बातों से पहले जानते हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने क्या कहा था -
इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा मंच से संबोधित करते हुए कहा था, 'पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है। दक्षिण एशिया में स्थायी शांति जम्मू-कश्मीर में विवाद के समाधान पर निर्भर है। पाकिस्तान के साथ सार्थक और अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत पर बनी हुई है।' पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे पर दिए गए स्टेटमेंट के बाद स्नेहा दुबे ने कड़ा जवाब दिया था। यूएन सचिव स्नेहा दुबे ने दिया पाक को जवाब -
- स्नेहा ने राइट टू रिप्लाई के अधिकार का प्रयोग करते हुए कहा, 'इमरान खान ने भारत के आंतरिक मामले में दखल दिया है और इस प्रतिष्ठित मंच की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है।'
- स्नेहा ने आगे कहा कि, 'पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को पनाह दे रहा है वह उन्हें वित्तीय, सपोर्ट, ट्रेनिंग और हथियार पहुंचाने में मदद कर रहा है। और अन्य देशों को नुकसान पहुंचा रहा है।'
- विश्वभर में माना जाता है कि पाकिस्तान खुलेआम आंतकियों को सपोर्ट करता है और उन्हें मदद मुहैया कराता है।
- 'पाकिस्तान में आंतकवादियों को पनाह दे रहा है ताकि वह अपने पड़ोसी देश को नुकसान पहुंचा सकें।'
- पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए स्नेहा ने कहा कि, 'हमारा देश और पूरी दुनिया को पाकिस्तान की नीतियों के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं पाकिस्तान अपने देश में हो रहे दगों को आतंकवाद के रूप में छिपाने का प्रयास कर रहा है।
- कश्मीर मुद्दे पर पलटवार करते हुए कहा कि, 'जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा थे, हैं और रहेंगे।' पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को तुरंत खाली कर देने की अपील की।
- 'पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो अपने आपको फायर फाइटर बताकर आगजनी करता है।' - स्नेहा दुबे
- 9\11 के हमले को 28 वर्ष बीत चुके हैं। आतंकी ओसामा बिन लादेन द्वारा वह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया गया था। उस वक्त भी पाकिस्तान ने लादेन को छुपने के लिए शरण दी थी। इतना ही नहीं उसे एक शहीद का दर्जा दिया गया है।