गांधीजी और यूक्रेन से लेकर पश्चिम तक जारी संघर्षों को लेकर क्या बोले UN महासचिव एंटोनियो गुतारेस

कहा कि गांधीजी मानते थे कि अहिंसा मानवता के लिए है सबसे बड़ी ताकत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024 (12:06 IST)
Antonio Guterres' statement on Gandhiji and global violence : संयुक्त राष्ट्र (संरा) महासचिव एंटोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के अहिंसा, शांति और समानता के संदेश को रेखांकित किया और हिंसा का सामना कर रही दुनिया और यूक्रेन से लेकर पश्चिम तक जारी संघर्षों पर गहरी चिंता व्यक्त की।ALSO READ: 02 अक्टूबर गांधी जयंती पर विशेष : वर्तमान संदर्भ, युवा एवं गांधी दर्शन
 
2 अक्टूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य में अपने संदेश में गुतारेस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर हम महात्मा गांधी की जंयती मनाते हैं और उन मूल्यों को दोहराते हैं जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया- समानता, सम्मान, शांति और न्याय।ALSO READ: gandhi jayanti 2024 speech : गांधी जयंती पर इस स्पीच से करें लोगों को इंप्रेस
 
आज दुनिया हिंसा का सामना कर रही है : गुतारेस ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज दुनिया हिंसा का सामना कर रही है और दुनियाभर में संघर्ष बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन से लेकर सूडान, पश्चिम एशिया तथा और भी जगहों पर युद्ध के कारण विनाश हो रहा है। असमानता और जलवायु के प्रति असंवेदनहीनता शांति की नींव को कमजोर कर रही है। ऑनलाइन माध्यम से फैलाई गई नफरत का असर सड़कों पर हिंसा के रूप में दिख रहा है।ALSO READ: Gandhi Jayanti 2024 : गांधी जयंती पर पढ़िए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनमोल विचार
 
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि गांधी मानते थे कि अहिंसा, मानवता के लिए सबसे बड़ी ताकत है, जो किसी भी हथियार से अधिक शक्तिशाली है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया कि वे मिलकर उस महान दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए संस्थाओं का निर्माण करें।ALSO READ: Gandhi Jayanti 2024 : महात्मा गांधी के 15 प्रसिद्ध स्लोगन और नारे
 
अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा आयोजित गांधीवादी मूल्य और संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र शीर्षक से बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष के शेफ द केबिनेट इवोर फंग ने कहा कि गांधी का जीवन शांतिपूर्ण विरोध की प्रभावशीलता का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो दुनियाभर में विशेष रूप से एशिया और अफ्रीका में लोगों को प्रेरित करता है।
 
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष फिलेमोन यांग की ओर से संदेश को पढ़ते हुए फंग ने कहा कि नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसे नेता गांधी की सत्याग्रह की अवधारणा से बेहद प्रभावित थे। उन्होंने कहा कि जैसा कि गाजा, लेबनान, म्यांमार, सूडान, यूक्रेन और अन्य देश संघर्ष के कारण अशांत दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे में महात्मा गांधी का शांति का संदेश और अधिक प्रबलता से गूंज रहा है।

फंग ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों से न केवल गांधी के मूल्यों का सम्मान करने का आह्वान किया बल्कि संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र में निहित सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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