25 गेंदो में 54 रन जड़ने वाले उपकप्तान अक्षर ने दिल्ली के खिलाड़ियों में भरा जोश, '4 हार से सब खत्म नहीं हुआ'

Webdunia
बुधवार, 12 अप्रैल 2023 (16:01 IST)
नई दिल्ली: दिल्ली कैपिटल्स भले ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 के अपने शुरुआती चार मुकाबले हार गयी हो, लेकिन उनके उपकप्तान अक्षर पटेल का मानना है कि टीम को विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोच रखने की जरूरत है।अक्षर ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा, "चार हार के बाद, सोचने के दो तरीके हैं। हम यह सोच सकते हैं कि चार हार के बाद रन रेट भी खराब हो गया है, तो अब कुछ अच्छा नहीं होने वाला। दूसरी ओर, यदि आपका रवैया सकारात्मक है, और आप अगले मैच में क्या करने जा रहे हैं, इसके बारे में सोचें तो आप अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। सकारात्मक बने रहना महत्वपूर्ण है और हम इसी बारे में बात करते रहते हैं।”

दिल्ली को मंगलवार को मुंबई इंडियन्स के हाथों रोमांचक मुकाबले में छह विकेट की हार मिली। अक्षर ने 25 गेंद पर 54 रन की पारी खेलकर दिल्ली को 172 रन तक पहुंचाया था, लेकिन मुंबई ने यह लक्ष्य आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया।अक्षर ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में कहा, “एक ऑलराउंडर के रूप में जब आप 20-30 रन बनाते हैं, तो आपको लगता है कि आप बड़े शॉट लगा सकते हैं। मैंने उस सोच को बदला है। श्रीलंका सीरीज से जब मैंने रन बनाए तो मुझमें आत्मविश्वास आया और उसी आत्मविश्वास को लेकर मैं आगे चला।"

अक्षर ने अपने विकेट पर कहा, "इसमें थोड़ी गलती मेरी भी है। मैं उन अंतिम 10 गेंदों को अलग तरह से खेल सकता था और इससे हमारे खाते में आखिरी ओवरों में कुछ रन जुड़ सकते थे। अगर स्कोर 175-180 के बीच होता तो मैच अलग होता।"

वॉर्नर की स्ट्राइक रेट पर रखे विचार

दिल्ली की हार का एक बड़ा कारण वॉर्नर की फॉर्म भी रही, जो इस आईपीएल में तीन अर्द्धशतक भले ही जड़ चुके हैं, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट टीम के लिये सिरदर्द बना हुआ है।वॉर्नर ने मुंबई के खिलाफ 47 गेंद पर 51 रन की पारी खेली। इससे पहले उन्होंने लखनऊ सुपरजायंट्स के विरुद्ध 48 गेंद पर 56 रन जबकि राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध 55 गेंद पर 65 रन बनाये थे।

अक्षर ने कहा, “यदि आप पिछले दो-तीन मैचों के बारे में बात करते हैं, तो वह कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चीजें उनके हित में नहीं जा रहीं। मुझे नहीं पता कि वह उस समय एक बल्लेबाज के रूप में क्या सोच रहे होते हैं।”अक्षर ने यह भी संकेत दिया कि ऑस्ट्रेलियाई अपनी पारी को रफ्तार देने को लेकर सही योजना नहीं बना पा रहे।

उन्होंने कहा, “जब पृथ्वी (शॉ) उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे होत हैं, तो वह (वार्नर) एंकर की भूमिका निभाने की कोशिश करते हैं। जब एक छोर से विकेट गिर रहे हों, तो यह (वार्नर के लिए) अच्छा नहीं है कि वह भी दूसरे छोर से आक्रमण करते हुए आउट हो जायें।उन्होंने कहा, "जब वह कोशिश कर रहा है, तब भी आक्रामक नहीं खेल पा रहा। सभी ने उनसे बात की। (मुख्य कोच) रिकी (पॉन्टिंग), (शेन) वॉटसन, दादा (सौरव गांगुली)। उनके स्ट्राइक रेट को लेकर भी बातचीत सामने आई। उन्होंने उसके वीडियो देखे और वह उस पर काम कर रहे हैं।”

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख