Twitter Blue प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सर्विस लॉन्च, जानिए इसके 10 फीचर्स

Webdunia
हाल ही में ट्विटर ने Twitter Blue नाम से नई प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सर्विस लॉन्च की है। यह एक ऑप्ट-इन, पैड सब्सक्रिप्शन है जिससे आपके अकाउंट पर ब्लू चेकमार्क लग जाता है। इसके साथ-साथ एडिट ट्विट जैसे चुनिंदा फीचर्स पर अर्ली एक्सेस का लाभ भी कंपनी दे रही हैं। सब्सक्रिप्शन की कीमत 8 डॉलर यानी 660 रुपए प्रतिमाह एवं 84 डॉलर्स यानी 6,935 रुपए प्रति साल है।
 
कंपनी ने बताया कि नए ट्विटर अकाउंट्स ट्विटर ब्लू (Twitter Blue) के प्रीमियम सब्सक्रिप्शन को 90 दिनों तक सब्सक्राइब नहीं कर पाएंगे। वर्तमान में ट्विटर ब्लू वेब, आईओएस (iOS) और एंड्रॉयड पर भारत समेत अमेरिका, कैनेडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फ्रांस, जापान, जर्मनी, इटली आदि देशों में उपलब्ध हैं। 
 
जानिए इस प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सर्विसेस के फीचर्स- 
 
ब्लू चेकमार्क के अलावा Twitter Blue के सब्सक्राइबर्स के पास अपने ट्विटर एक्सपीरियंस को कस्टमाइस करने की विशेषताएं हैं, जैसे-
 
1. एडिट ट्वीट (Edit Tweet) : यह फीचर एक 30 मिनट का विंडो प्रदान करता है जिससे यूजर्स एक सीमित मात्रा में अपने प्रकाशित किए हुए ट्वीट्स में परिवर्तन कर सकते हैं। इसके जरिए आप ट्वीट को अपडेट कर सकते हैं, लोगो को टेग कर सकते हैं और अटैच्ड मीडिया के क्रम में बदलाव भी ला सकते हैं। यह फीचर फिलहाल केवल ओरिजनल ट्वीटस पर ही लागू है।
 
2. बुकमार्क फोल्डर्स (Bookmark Folders) : इस फीचर के जरिए बुकमार्क्ड ट्वीट्स को ग्रुप एवं ऑर्गेनाइज कर सकते हैं ताकि बाद में पढ़ने में आसानी हो। ट्विटर ब्लू अनलिमिटेड संख्या में प्राइवेट बुकमार्क और बुकमार्क फोल्डर्स जैसे कमाल के फीचर भी प्रदान करता है।
 
3. कस्टंम एप आइकन्स (Custom App Icons) : इस फीचर के जरिए अपने मोबाइल में ट्विटर एप आइकन के डिस्प्ले में बदलाव ला सकते है। सेटिंग्ज में जाकर कई कलर ऑपशन्स से चुन सकते है।
 
4. कस्टम नेविगेशन (Custom Navigation) : यह फीचर आपके नेविगेशन बार में क्या दिखाई देना चाहिए, इसे चुनने की स्वतंत्रता देता है। इसके जरिए कम से कम 2 या 6 आइटम नेविगेशन बार के तल में रखे जा सकते हैं। मन बदलने पर सेटिंग्स फिर से डिफॉल्ट की जा सकती है।
 
5. स्पेसेस टेब (Spaces Tab) : न्यू स्पेसेस टेब एक ऐसा इंटरफेस है, जहां पॉडकास्ट, थीम्ड ऑडियो स्टेशंस, रिकॉर्डेड स्पेसेस और लाइव स्पेसेस जैसे फीचर्स पा सकते हैं। वर्तमान में यह केवल आईओएस और एंड्रॉयड पर ट्विटर ब्लू के सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है।
 
6. थीम्स (Themes) : ट्विटर ब्लू थीम्स के जरिए एप की थीम्स के लिए कलरफुल थीम्स के ऑप्शंस मिलते हैं।
 
7. टॉप आर्टिकल्स  (Top Articles) : टॉप आर्टिकल्स सबसे ज्यादा शेयर किए जाने वाले आर्टिकल्स के लिए एक शॉर्टकट है। यह फीचर खुद-ब-खुद ही फॉलो किए गए लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा शेयर किए गए आर्टिकल्स की एक सूची तैयार कर देता है और इससे आप सरलता से मनपसंद कंटेंट पढ़ सकते हैं।
 
8. लॉन्गर वीडियो अपलोड (Longer Video Upload) : ट्विटर ब्लू के सब्सक्राइबर्स अब 60 मिनट तक लंबे एवं 2GB फाइल साइज की वीडियो 1080p की क्वालिटी में अपलोड कर सकते हैं।
 
9. लॉन्गर ट्वीट्स (Longer Tweets) : सब्सक्रिप्शन के माध्यम से अब 280 से ज्यादा 4,000 कैरेक्टर्स तक ट्वीट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त Quote ट्वीट और रिप्लाय में भी लंबे ट्वीट कम्पोज कर सकते हैं। सभी इन बड़े ट्वीट्स को पढ़ तो सकते हैं, पर केवल ट्विटर ब्लू के सब्सक्राइबर्स ही उन्हें बना सकते हैं।
 
10. रीडर (Reader) : रीडर फीचर को इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे ट्वीट्स को कम डिस्ट्रैक्शंस के साथ पढ़ा जा सकता है। थ्रैड के ऊपर इस रीडर फीचर को ऑन कर सकते हैं एवं टेक्स्ट के साइज में भी बदलाव ला सकते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख