श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व हैं। इस दिन उनके नामों को पढ़ने से जीवन में शुभता आती है। श्रीकृष्ण के एक हजार नामों द्वारा पूर्व प्रज्ज्वलित अग्निकुंड में आहुति प्रदान करवाने के लिए आचार्य तिल, चंदन का चूरा, शकर, शाकल्य, कमलगट्टा, मखाना, जौ, इन सभी वस्तुओं को गोघृत में पूर्णतः मिलाकर या मात्र खीर द्वारा कृष्णजी के प्रत्येक नाम मंत्रों से अग्नि में आहुति प्रदान कराएं।