‍बाल कविता : थाने का कारकून...

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
चूहेजी की रपट लिखाने, 
बिल्ली पहुंची थाने।


 

 
जगह-जगह पर खोद लिए हैं,
उसने बिल मनमाने।
 
जब भी जाती उसे पकड़ने,
बिल में घुस जाता है।
दिनभर रहती खड़ी मगर,
वह बाहर न आता है।
 
कोतवाल ने रपट अभी तक,
लिखी न मेरे भाई।
चूहे के संग मिलीभगत, 
मुझको पड़ती दिखलाई।
 
रोटी के कुछ टुकड़े चूहा,
थाने भिजवाता है।
थाने का हर कारकून,
मिलकर टुकड़े खाता है। 

 
Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

कंसीलर लगाने से चेहरे पर आ जाती हैं दरारें, तो अपनाएं ये 5 सिंपल टिप्स

क्या होता है Nyctophobia, कहीं आपको तो नहीं हैं इसके लक्षण?

चेहरे पर रोज लगाती हैं फाउंडेशन? हो सकती हैं ये 7 स्किन प्रॉब्लम

अंगड़ाई लेने से सेहत रहती है दुरुस्त, शरीर को मिलते हैं ये 5 फायदे

रोज लगाते हैं काजल तो हो जाएं सावधान, आंखों में हो सकती हैं ये 5 समस्याएं

अगला लेख