हिन्दी कविता : विजयादशमी...

डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प'
विजय हुए थे रामजी, 
अतुलित राक्षसी शक्ति से।
तब से मनाते हैं विजयादशमी, 
भारतवासी भक्ति से।।1।।
 
विजयादशमी के दिन हम सब, 
नीलकंठ दर्शन करते हैं।
बांटते हैं जी सोनपत्तियां, 
सबको गले लगाते हैं।।2।।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रसोई की इन 7 चीजों में छुपा है आपका स्किन ब्राइटनिंग सीक्रेट, तुरंत जानें इनके बेहतरीन फायदे

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका

ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

बढ़ता प्रदूषण आपकी स्किन को भी पहुंचा रहा है नुकसान, जानें कैसे करें अपनी स्किन केअर प्लान

क्या आपका ब्रश दे रहा है बीमारियों को न्योता, ओरल हेल्थ के लिए कब बदलना चाहिए ब्रश

जेआरडी टाटा की पुण्यतिथि, जानें 7 अनसुनी बातें

पिछली बार की तुलना में इस बार और तेजी से फैल रहा है डेंगू: जानें लक्षण, बचाव और घरेलू उपाय

आपके किचन के इन मसलों में छुपा है हेल्थ का खज़ाना, जानिए सेवन का सही तरीका

अगला लेख