कविता : कब दौड़ेगी रेलगाड़ी...

Webdunia
- पुरुषोत्तम व्यास
 
कब दौ़ड़ेगी रेलगाड़ी
हाथ हिलाकर छोड़ आऊंगा...
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
मैं खिड़की से खेतों को देखूंगा....
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
नदी में पैसे अर्पण करूंगा
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
गर्म चाय की आवाज सुनूंगा
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
स्टेशन पर डिब्बा पहुंचाऊंगा
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
किसी अपने को लेने जाऊंगा..
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
दूर देश घूम-घूम आऊंगा...
 
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी
उसकी सीटी से मेरा मन डोलेगा....
 
सूनी-सूनी पटरी, सूना-सूना स्टेशन
कब दौड़ेगी रेलगाड़ी...। 

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

लिवर में चर्बी जमा सकते हैं ये 10 फूड्स, क्या आप भी कर रहे हैं इनका सेवन?

हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ उम्र का असर भी कम करता है टोफू, जानिए क्या होता है और कैसे कर सकते हैं डाइट में शामिल

जानिए दाल सब्जी में नींबू की कुछ बूंदें निचोड़ कर खाने से शरीर को मिलते हैं क्या फायदे

40 के आस - पास इस तरह अपना खयाल रखने से, मेनोपॉज की तकलीफ को कर सकती हैं कम

स्किनकेयर टिप: ड्राई हो या ऑइली, दोनों स्किन टाइप पर ग्लो लाएगा ये एंटी एजिंग फेस पैक

सभी देखें

नवीनतम

नारियल पानी के साथ मिलाकर पीजिए ये चीजें, मिलेंगे दोगुने फायदे

गर्मी में वैक्सिंग के बाद निकल आते हैं दाने, राहत दिलाएंगे ये नुस्खे

क्या पीरियड्स के दौरान कच्चे आम खाने से होता है नुकसान, जानिए सच्चाई

गैरजरूरी को तोड़ना और जरूरी को बचा लेने का प्रयास बताती है किताब विहान की आहट

वर्ल्ड हेल्थ डे 2025: अपनों को भेजें सेहत से जुड़े ये खास कोट्स, स्लोगन और शुभकामना संदेश

अगला लेख