- रूपल घनघोरिया चलो मनाएं आज हम होली, सबको दिखाएं रंगों की बोली। गली-गली में बच्चे आते, सबको रंग-गुलाल लगाते। होली हमें बहुत हर्षाती, सबके लिए खुशी है लाती। सबका है एक ही नारा, होली पर्व है सबका प्यारा। साभार- देवपुत्र