शरद पूर्णिमा पर हिन्दी कविता...

शम्भू नाथ
पूनम की चांदनी आज खिलेगी,
बरसेंगे अमृत मोती।
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति।
 
सोलह कला समाहित होंगे,
टिम-टिम करेंगे तारे। 
जिस पर चंदा करेंगे कृपा,
जन होंगे बड़े निराले।
 
महक उड़ेगी नभ मंडल तक,
जब लहराएगी चोटी।
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति। 
 
भ्रमण करेगी लक्ष्मी माताजी,
स्वागत करेगी रजनी।
धनी पापमुक्त मानव होंगे,
मिट जाएगी कजरी।
 
पूजा-पाठ सब भक्त करेंगे,
चलती रहेगी रोजी-रोटी। 
रोग-दोष छूमंतर होंगे,
खिलेगी जैसे ज्योति। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में करें ये 5 आसान एक्सरसाइज, तेजी से घटेगा वजन

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे

गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में

चित्रकार और कहानीकार प्रभु जोशी के स्मृति दिवस पर लघुकथा पाठ

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?

अगला लेख