वसंत ऋतु पर कविता : बसंती रंग का जादू

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Poem on Vasant Panchami
 
पीली पत्ते
पेड़ों ने उतारे
और नए हरे
शाखाओं पर सगवारे!
 
बसंती रंग का जादू
सब पर छाया।
वसंत ऋतु ने
सबकों भरमाया।
 
हल्की-हल्की
गुनगुनी धूप,
तन-मन को
भाए खूब।
 
सर्दियों के
उठने लगे डेरे
मौसम के भी
पूरे हुए फेरे
 
पीली सरसों
खेतों में इठलाई,
पलास की जाग
उठी तरुणाई।
 
देख-देख जिसे
धरा खुशी से
फूली न समाई।

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