घर में कहां-कहां रहता है राहु का स्थान, जानिए

अनिरुद्ध जोशी
बुध ग्रह हमारी बुद्धि का कारण है, लेकिन जो ज्ञान हमारी बुद्धि के बावजूद पैदा होता है उसका कारण राहु है। जैसे मान लो कि अकस्मात हमारे दिमाग में कोई विचार आया या आइडिया आया तो उसका कारण राहु है। राहु हमारी कल्पना शक्ति है तो बुध उसे साकार करने के लिए बुद्धि कौशल पैदा करता है। इसी तरह घर में भी राहु की विशेष उपस्थिति होती है। आओ जानते हैं कि घर में कहां-कहां रहता है राहु।
 
 
1. नैऋत्य कोण : नैऋत्य कोण राहु का कोण है। इस कोण में कोई दोष नहीं होना चाहिए।
 
2. शौचालय : शौचालय में राहु का स्थान होता है। शौचालय साफ सुधरी रखें। यह टूटी-फूटी या गलत दिशा में नहीं होना चाहिए।
 
3. सीढ़ियां : घर की सीढ़ियां राहु की होती है। सीढ़ियां साफ सुधरी रखें। यह टूटी-फूटी या गलत दिशा में नहीं होना चाहिए।
 
4. पोशाक : पायजामा और पतलून भी राहु के कारक हैं। यह फटे पुराने नहीं होना चाहिए।
 
6. पशु : हाथी, कांटेदार जंगली चूहा भी राहु का प्रतीक है।
 
7. वृक्ष : घर के आसपास नारियल का पेड़, कांटेदार पौधे या कुत्ता घास है तो यह भी राहु के कारक है।
 
8. रत्न : नीलम, सिक्का और गोमेद भी राहु है।
 
9. छत : घर की छत भी राहु है इसका टूटा-फूटा होना या गंदा होना राहु के खराब होने की निशानी है।
 
10. अटाला : घर में कहीं पर भी अटाला, फटे पुराने कपड़ों की पोटली रखी है तो वह खराब राहु का स्थान माना जाएगा।
 
इसके अलावा राहु का मकान भीतर से भयानक अहसास वाला होता है। यदि राहु का अच्छा असर है, तो यह खानदानी और धनपति का मकान होगा और यदि राहु का असर खराब है, तो यह भूतों का मकान होगा। कई दिनों से खाली पड़ा डरावना-सा मकान भी राहु के असर वाला होगा। इस घर के आसपास कैक्टस, बबूल का पेड़ या कांटेदार झाड़ियां हैं, तो हो यह राहु का ही मकान होगा। ऐसे मकान में हत्या या आत्महत्या हो सकती है। यदि आपका घर ऐसा है, तो आपके रिश्तेदार आपके यहां कम ही आते होंगे।

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