देवता |
लक्ष्मी |
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दिवस |
शुक्र |
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गोत्र |
दनु |
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वाहन |
अश्व |
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पशु |
गाय, बैल |
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वस्त्र |
कमीज |
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वस्तु |
मिट्टी, मोती |
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वृक्ष |
कपास का पौधा |
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वर्ण-जाति |
श्वेत, ब्राह्मण |
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विशेषता |
आशिक मिजाज |
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अंग |
गाल, गले की त्वचा |
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पेशा |
कुम्हार, किसान, जमींदार |
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गुण |
मिट्टी, कामदेव, स्त्री, गृहस्थ |
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नक्षत्र |
भरणी, पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा |
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भ्रमण काल |
प्रत्येक राशि में एक माह |
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बलवृद्धि |
बुध के साथ बलवान स्थिति में |
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दिशा |
शुक्र दक्षिण-पूर्व दिशा के स्वामी हैं |
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शक्ति |
प्यार, लगन, शांति, ऐश पसंद |
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स्वभाव |
भूमि और वायु तत्व के मालिक। क्रोधयुक्त। |
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अन्य नाम |
दैत्यगुरु, दैत्य पूज्य, भार्गव, सित, मृगु, उसना, काम और कविकाण। |
राशि |
वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र के बुध, शनि और केतु मित्र हैं। सूर्य व चंद्र शुत्र हैं। मंगल, गुरु और राहु सम हैं। कन्या में नीच और मीन में उच्च के होते हैं। भाव सप्तम इनका पक्का घर। |
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