सोने की कीमत इस समय आसमान छू रही है। त्योहारों पर बढ़ते दाम से यह आम लोगों की खरीदी से दूर हो रहा है। धनतेरस और दिवाली के आसपास लोग ज्यादा सोना खरीदते हैं, क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। सोना विभिन्न रूपों में खरीदा जा सकता है, जिनमें आभूषण, बुलियन, बार और सिक्के शामिल हैं।
सोना इस साल 40 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न दे चुका है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार 16 अक्टूबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने के दाम 757 रुपए बढ़कर 1,27,471 के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए। दुनियाभर के बड़े बैंक डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहते हैं, इसलिए वे अपने खजाने में सोने का हिस्सा लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। भारत में 10 ग्राम सोने के दाम 1979 में 937 रुपए से बढ़कर 1980 में 1330 रुपए हो गए थे, मतलब कीमतों में यह उछाल तकरीबन 45 प्रतिशत का था।
2023 में आई थी 11 हजार रुपए की तेजी
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार के मुताबिक 23 सितंबर) अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंचा था। IBJA के अनुसार 2023 में सोने के दाम 11,115 रुपए बढ़े थे। 1 जनवरी 2023 को सोना 63,352 रुपए पर था, जो सितंबर 2023 में 74,467 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। 2023 की शुरुआत में सोना 54,867 रुपए प्रति ग्राम पर था जो 31 दिसंबर को 63,246 रुपए प्रति ग्राम पर पहुंच गया था। यानी साल 2023 में इसकी कीमत में 8,379 रुपए (16%) की तेजी आई।
पिछले 5 सालों में तेजी से बढ़े दाम
पिछले 5 वर्षों में सोने के दाम बहुत तेजी से बढ़े हैं। इसके कई कारण हैं जैसे कि कोरोनावायरस महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका के टैरिफ और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं। इन सब कारणों से भारत सहित पूरी दुनिया में सोने की कीमतों में उछाल आया है। विश्वभर के कई देशों के सेंट्रल बैंक डॉलर रिजर्व घटाकर गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। इससे सोने की अंतरराष्ट्रीय मांग लगातार बनी हुई है।
1 साल में सोने के दामों में करीब 44000 की बढ़ोतरी
पिछले साल यानी 2024 में उस समय दिवाली जैसे प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव 77,950 रुपए प्रति 10 ग्राम था। इस साल दिवाली से पहले ही इसका भाव 1.23 रुपए लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है। यानी, एक साल में ही सोने की कीमतों में करीब 44,000 रुपए प्रति 10 ग्राम की जबरदस्त छलांग देखने को मिली है।
बढ़ती कीमतें भारत के लिए अच्छी या बुरी
मॉर्गन स्टेनली की हाल ही में जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय परिवारों के पास 34,600 टन गोल्ड है, जिसकी कीमत लगभग 3.8 ट्रिलियन डॉलर है। ये वैल्युएशन भारत की जीडीपी का लगभग 88.8 प्रतिशत है। विशेषज्ञों के मुताबिक सोने की बढ़ती कीमतें देश की अर्थव्यस्था पर भी असर डालती हैं और इसका सीधा असर पड़ता करेंसी पर पड़ता है। आर्थिक विशेषज्ञों के मुताबिक भारत को बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विदेशों से सोना आयात करना पड़ेगा। इस सोने की कीमत को चुकाने के लिए और करेंसी नोट छापने पड़ेंगे और इससे रुपए की वैल्यू पर असर पड़ेगा। इससे महंगाई बढ़ने की आशंका बनी रहेगी।
क्या आने वाले वर्षों में सस्ता होगा सोना
सोना हमेशा से भारतीय निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प रहा है। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक अनिश्चितताओं के दौर में सोना स्थिर रिटर्न देता है। इस साल के रिटर्न को देखें तो सोना एक बार फिर सेफ हेवन साबित हुआ है। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 6 महीनों में भी सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी संभव है। विशेषज्ञों के अनुसार अगले 5 साल में सोने की कीमत बढ़कर करीब 2 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम हो सकती है। Edited by : Sudhir Sharma