बीते महीने सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में 13 वर्षों की दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि: पीएमआई

बीते महीने सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में 13 वर्षों की दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि: पीएमआई
Webdunia
सोमवार, 5 जून 2023 (12:42 IST)
Services Sector: भारत के सेवा क्षेत्र (Services Sector) की वृद्धि मई में थोड़ी कम हुई, हालांकि इस दौरान पिछले 13 साल में दूसरी सबसे बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एक मासिक सर्वेक्षण (monthly survey) में सोमवार को कहा गया कि मांग की अनुकूल स्थिति और नए ग्राहकों की मदद से यह जीत हुई।
 
मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक मई में 61.2 अंक पर रहा। यह आंकड़ा अप्रैल में 62 पर था। अप्रैल के मुकाबले मई में गतिविधियों में गिरावट के बावजूद सेवा उत्पादन में जुलाई 2010 के बाद से दूसरी सबसे तेज वृद्धि हुई।
 
सेवा गतिविधि सूचकांक लगातार 22वें महीने से 50 से ऊपर बना हुआ है। खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है।
 
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पोलियाना डी लीमा ने कहा कि मई के पीएमआई आंकड़े मौजूदा मांग में लचीलापन, प्रभावशाली उत्पादन वृद्धि और भारत के गतिशील सेवा क्षेत्र में रोजगार सृजन को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों ने अपने कार्यबल का विस्तार किया। कंपनियां अगले 12 महीनों में व्यावसायिक गतिविधि में वृद्धि के लिए उत्साहित हैं।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

जिंदगी पर भारी पड़ा रील का नशा, गिरने से 'यमराज' की मौत

कठुआ ऑपरेशन में कुल 9 की मौत, इनमें 5 आतंकवादी और 4 जवान

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, रूसी सशस्त्र बलों में सेवारत 18 में से 16 भारतीय लापता

चीख-पुकार, हिलती इमारतें, धुल का गुबार, हजारों के मरने की आशंका, भूकंप से तबाही की आंखों देखी

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में 1.50 लाख अवमानना ​​मामले लंबित, सरकार ने संसद में दी जानकारी

अगला लेख