4 गेंदों पर 4 विकेट लेकर श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसित मलिंगा ने जीता दिल

Webdunia
शनिवार, 7 सितम्बर 2019 (19:25 IST)
पाल्लेकल। न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच पाल्लेकल में खेले गए अतिंम टी-20 क्रिकेट मैच में श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसित मलिंगा ने 4 गेंदों पर 4 विकेट लेकर सभी को अपना मुरीद कर दिया है। इसके पहले मलिंगा वनडे क्रिेकेट मैच में भी 4 गेंदों पर 4 विकेट लेकर यह कीर्तिमान अपने नाम कर चुके हैं। विकेट लेने के बाद मलिंगा ने कहा कि वह हमेशा मैच का पासा पलटने के इरादे से ही मैदान में उतरते हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि मलिंगा ने शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे ट्वंटी-20 मैच में 4 गेंदों पर 4 विकेट झटके और मैच में 4 ओवर में सिर्फ 6 रन देकर 5 विकेट लिए। मलिंगा की इस तूफानी पारी की बदौलत श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को 37 रन से हराकर 3 मैचों की सीरीज के पहले 2 मुकाबले हारने के बाद आखिरी मुकाबला जीत लिया। 
 
श्रीलंका ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट पर महज 125 रन बनाए थे। श्रीलंका की पारी में दनुष्का गुनाथिलाका ने 30, निरोशन डिकवेला ने 24 और लाहिरु मादुशंका ने 20 रनों का योगदान दिया। 
कमजोर लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को मलिंगा ने झकझोर कर रख दिया। मलिंगा ने पारी के तीसरे ओवर की 3 गेंद पर कॉलिन मुनरो (12) को बोल्ड किया। इसके बाद 4 गेंद पर हामिश रदरफोर्ड को पगबाधा जबकि 5वीं गेंद पर कॉलिन डी ग्रैंडहोम को बोल्ड कर हैट्रिक पूरी की। लेकिन मलिंगा का कहर अभी खत्म नहीं हुआ था और उन्होंने 6ठी गेंद में रॉस टेलर को पगबाधा कर ट्वंटी-20 क्रिकेट में इतिहास रचा और न्यूजीलैंड की कमर तोड़ दी। 
 
न्यूजीलैंड की पारी 16 ओवर में 88 रन पर सिमट गई और श्रीलंका ने यह मुकाबला 37 रनों से जीत लिया। न्यूजीलैंड की पारी में कप्तान टिम साउदी सर्वाधिक 28 रन बनाकर नाबाद रहे। मलिंगा को उनकी घातक गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया जबकि साउदी को प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया। 
मलिंगा ने यह कारनामा अपने करियर में दूसरी बार किया। इससे पहले उन्होंने 2007 विश्व कप के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में 4 गेंद पर 4 विकेट लिए थे। मलिंगा ने इस मैच के 45वें ओवर की पांचवीं और छठी गेंद पर तथा 47वें ओवर की पहली और दूसरी गेंद पर विकेट चटकाए थे। 
 
मलिंगा ने कहा, मैं हमेशा मैच का पासा पलटने के इरादे से मैदान में उतरता हूं। मैं अपने अनुभव से विकेट लेने में कामयाब रहता हूं। मेरे पास मैदान में खड़े किसी भी खिलाड़ी से ज्यादा अनुभव है। कोई इस बात पर भरोसा करे या नहीं लेकिन मुझे विश्वास है। मैं गेंदबाजी करते समय सिर्फ मैच को नियंत्रित करना चाहता हूं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख