18 गेंदो में से 11 यॉर्कर, अंतिम ओवरों में आवेश ऐसे ही गेंदबाजी करने वाले हैं (Video)

यॉर्कर फेंकना जारी रखूंगा, क्योंकि यह मेरी सर्वश्रेष्ठ गेंद है: आवेश खान

WD Sports Desk
सोमवार, 21 अप्रैल 2025 (17:15 IST)
लखनऊ सुपर जायंट्स की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स पर दो रन की रोमांचक जीत में डेथ ओवरों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज आवेश खान ने कहा कि वह यॉर्कर पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, जो मुश्किल परिस्थितियों में उनका मुख्य हथियार है।

आवेश ने 18वें और 20वें ओवर में शानदार गेंदबाजी करते हुए क्रमश: पांच और छह रन दिए, जिससे लखनऊ शनिवार रात को खेले गए मैच में आखिरी तीन ओवरों में 25 रन का बचाव करने में सफल रहा। इनमें से 18 गेंदो में से 11 गेंदें यॉर्कर थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा अपनी रणनीति पर अमल करने की कोशिश करता हूं। जब भी मैं गेंदबाजी के लिए आता हूं तो किसी तरह के दबाव में नहीं रहता हूं। मैं जो भी गेंद करता हूं उस पर पूरा भरोसा रखता हूं।’’

आवेश ने कहा, ‘‘आईपीएल में बड़े स्कोर बन रहे हैं और गेंदबाज काफी रन दे रहे हैं। पहले ओवर में मैंने भी 13 रन दिए लेकिन मैं हमेशा परिस्थितियों के अनुसार गेंदबाजी करता हूं और अपनी रणनीति को सही तरह से लागू करने पर ध्यान देता हूं।’’

इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि 18वें ओवर में यशस्वी जायसवाल और रियान पराग के आउट होने से लखनऊ को काफी फायदा मिला क्योंकि इससे डेथ ओवरों में दो नए बल्लेबाज क्रीज पर थे।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई नया बल्लेबाज आता है, तो उसके लिए यह इतना आसान नहीं होता है। नए बल्लेबाज के लिए, किसी भी स्थिति में आना मुश्किल होता है, खासकर जब गेंद थोड़ी नीचे रह रही हो।’’

मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज ने कहा कि जब डेविड मिलर ने शुभम दुबे का कैच छोड़ा तो वह थोड़ा तनाव में थे। दुबे ने दो रन लिए जबकि रॉयल्स को जीत के लिए आखिरी गेंद पर चार रन चाहिए थे।

आवेश ने कहा, ‘‘जैसे ही गेंद हवा में गई तो मैं सोच रहा था कि मिलर इसे पकड़ लेंगे। वह पूरी तरह से गेंद के नीचे थे। लेकिन जब कैच छूट गया तो मैं थोड़ा निराश हो गया। लेकिन मुझे आखिरी गेंद पर चार रन बचाने का भरोसा था। ’’

आवेश ने कहा कि वह रोमांचक जीत का जश्न नहीं मना सके क्योंकि दुबे का शॉट फील्डर के पास जाने से पहले उनके टखने पर लगा था।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जश्न मनाने का मौका भी नहीं मिला। शुरू में मुझे लगा कि गेंद मेरी हड्डी पर लगी है। मैं आसमान की तरफ देख रहा था और मुझे अपनी आंखें बंद करनी पड़ी।’’<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख