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10 टेस्ट हार! शर्मनाक व्हाइटवॉश के बाद गंभीर कटघरे में, 408 रन की हार पर दी अजीबोगरीब सफाई, जानें, क्या कहा

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WD Sports Desk

, बुधवार, 26 नवंबर 2025 (14:12 IST)
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-0 की घरेलू हार ने भारत के टेस्ट क्रिकेट की कमजोरियों को पूरी तरह उजागर कर दिया। गुवाहाटी में 408 रनों की करारी शिकस्त न केवल टीम की अब तक की सबसे बड़ी टेस्ट हार बनी, बल्कि इसने यह भी साबित कर दिया कि मौजूदा दौर में भारत की टेस्ट टीम गहरे संकट से गुजर रही है।
 
कोच गंभीर बोले “मैं महत्त्वपूर्ण नहीं, भारतीय क्रिकेट महत्त्वपूर्ण है”
 
हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य कोच गौतम गंभीर कठिन सवालों से घिरे थे। जब उनसे उनके भविष्य के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा कि फैसला बीसीसीआई को करना है। गंभीर बोले: भारतीय क्रिकेट महत्वपूर्ण है, मैं नहीं। इंग्लैंड में जीत दिलाने वाला भी मैं ही था, व्हाइट-बॉल टूर्नामेंट जीतने वाला भी मैं ही था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में हमें और सीखने की जरूरत है।” उन्होंने माना कि हार की जिम्मेदारी पूरी टीम की है, लेकिन शुरुआत उन्हीं से होती है।

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बार-बार बिखरती बल्लेबाजी सबसे बड़ी चिंता
 
गुवाहाटी टेस्ट में भारत की बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक रही।
95/1 पर मजबूत स्थिति से टीम 122/7  पर ढह गई।
भारत की दूसरी पारी 140 पर सिमट गई जो बताता है कि टीम में न तो धैर्य दिखा और न ही साझेदारी बनने दी।

गंभीर की रणनीति भी सवालों में
 
गंभीर की कोचिंग में:
  • भारत ने 18 में से 10 टेस्ट गंवाए
  • न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका दोनों ने भारत को हराया
  • टीम में लगातार बदलाव
  • स्पेशलिस्ट की जगह ऑल-राउंडर्स को तरजीह
  • और बल्लेबाजी क्रम में प्रयोग इन सबने भी आलोचना को हवा दी।
 
गंभीर का तर्क है कि टेस्ट क्रिकेट में:
 
“फ्लैम्बॉयंट और अत्यधिक टैलेंटेड खिलाड़ियों की जरूरत नहीं होती। हमें मजबूत मानसिकता वाले, जुझारू खिलाड़ी चाहिए जो लंबा खेल सकें।”
 
 टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता न देना सबसे बड़ा कारण
 
गंभीर ने साफ कहा कि भारत तभी टेस्ट में बेहतर होगा जब:
 
 “अगर हम वास्तव में टेस्ट क्रिकेट को बचाना चाहते हैं, तो सबको मिलकर इसे प्राथमिकता बनानी होगी। सिर्फ खिलाड़ियों या एक व्यक्ति को दोष देने से कुछ नहीं होगा।”
दक्षिण अफ्रीका ने दिखाया टेस्ट में भावना नहीं, धैर्य जीतता है
 
  • दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज विशेषकर मार्को यानसन और साइमन हार्मर ने भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह मात दी।
  • हार्मर ने तो भारत में डेल स्टेन से भी ज्यादा विकेट लेकर इतिहास रच दिया।
  • कप्तान टेम्बा बावुमा ने भी अपने शांत स्वभाव और सटीक रणनीति से दिखा दिया कि:
  • टेस्ट क्रिकेट धैर्य, अनुशासन और कठोर मानसिकता का खेल है और वही गुण भारत में पिछड़ते दिख रहे हैं

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