कोरोना वायरस अगर आग है तो हम इसे फैलाने वाली हवा : सचिन तेंदुलकर

Webdunia
गुरुवार, 26 मार्च 2020 (13:25 IST)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने लोगों से ‘लॉकडाउन’ के निर्देशों को गंभीरता से लेने की अपील करते हुए कहा कि ‘कोरोना वायरस अगर आग है तो इसे फैलाने वाली हवा हम हैं।’

कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में बंद की स्थिति बनी हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में 21 दिनों के ‘लॉकडाउन’ की घोषणा की थी। तेंदुलकर ने कहा कि यह निराशाजनक है कि कुछ लोग इस बंद को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

उन्होंने ट्विटर पर जारी एक वीडियो में कहा, ‘हमारी सरकार ने और दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हमसे आग्रह किया है कि हम घर पर रहें। और जब तक कोई आपात स्थिति न हो हम बाहर न जाएं। लेकिन फिर भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। मैंने कुछ वीडियो भी देखे हैं जिनमें लोग अब भी बाहर क्रिकेट खेल रहे हैं।’

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज ने कहा, ‘सभी चाहते हैं कि हम बाहर जाएं, दोस्तों से मिलें, खेल खेलें लेकिन अभी ये देश के लिए बहुत हानिकारक है। याद रखिए ये दिन छुट्टियों के दिन नहीं हैं। कोरोना वायरस अगर आग है तो इसे फैलाने वाली हवा हम हैं। इस वायरस को रोकने का एक ही तरीका है कि हम सब अपने घरों में रहें।’

तेंदुलकर ने कहा कि वह पिछले 10 दिनों से घर से बाहर नहीं निकले हैं और अगले 21 दिनों तक भी वह इस पर कायम रहेंगे क्योंकि वर्तमान समय में समाज, देश और दुनिया को बचाने का एकमात्र तरीका यही है।

उन्होंने कहा, ‘डॉक्टर, नर्स, अस्पताल के कर्मचारी जो हमारे लिए लड़ रहे हैं उनके लिए हम इतना तो कर ही सकते हैं और उनकी कही हुई बातों को मान सकते हैं। मैं और मेरा परिवार 10 दिनों से दोस्तों से नहीं मिला है और अगले 21 दिन तक भी नहीं मिलेंगे।’

तेंदुलकर ने कहा, ‘इसे एक मौका समझें अपने परिवार के साथ समय बिताने का। आप अपने आप को, हमारे समाज को, हमारे देश को और सारी दुनिया को इस वायरस से बचा सकते हैं सिर्फ अपने अपने घरों में रहकर।’

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख