नागपुर में हार के बाद ट्रेनिंग नहीं करने के लिए केविन पीटरसन ने इंग्लैंड को लताड़ा

WD Sports Desk
गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025 (14:03 IST)
India vs England 3rd ODI : पूर्व स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने भारत दौरे पर अभ्यास (Practice) की कमी के लिए इंग्लैंड टीम पर निशाना साधते हुए कहा कि खिलाड़ियों को नेट गेंदबाजों का सामना करना चाहिए था और स्पिन खेलने की अपनी क्षमता पर काम करना चाहिए था। इंग्लैंड के लिए भारत का सीमित ओवरों का दौरा बेहद निराशाजनक रहा जिसमें टीम को टी20 सीरीज 1-4 से गंवाने के बाद ODI Series में 0-3 से क्लीनस्वीप का सामना करना पड़ा।
 
इंग्लैंड ने कोलकाता में पहले टी20 मैच के साथ दौरे की शुरुआत से पहले दो ट्रेनिंग सत्र (Training) आयोजित किए जबकि दूसरे और तीसरे टी20 मैच से पहले उन्होंने क्रमश: चेन्नई और राजकोट में एक-एक ट्रेनिंग सत्र में हिस्सा लिया।
 
मेहमान टीम ने हालांकि पुणे और मुंबई में क्रमशः चौथे और पांचवें टी20 मैच से पहले ट्रेनिंग नहीं की। टीम ने कटक और अहमदाबाद में दूसरे और तीसरे एकदिवसीय मैच से पहले भी ट्रेनिंग सत्र आयोजित नहीं किए।

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निराश पीटरसन ने X पर लिखा, ‘‘मुझे खेद है, लेकिन मैं इस बात से पूरी तरह हैरान हूं कि इंग्लैंड ने पहला एकदिवसीय मैच हारने और टी20 श्रृंखला गंवाने के बाद से एक भी अभ्यास सत्र आयोजित नहीं किया।’’

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I’m sorry, but I am absolutely gobsmacked that England did not have ONE team practice session since losing the 1st ODI and losing the T20 series.
How can this be?
Seriously, how?
I believe Joe Root was the only player to have a net this series, post Nagpur.
There isn’t a…

— Kevin Pietersen (@KP24) February 12, 2025 >


उन्होंने कहा, ‘‘यह कैसे हो सकता है? कैसे? मेरा मानना ​​है कि नागपुर के बाद इस श्रृंखला में जो रूट (Joe Root) एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्होंने नेट अभ्यास किया।’’
 
इंग्लैंड की स्पिन का सामना करने में असमर्थता पूरी श्रृंखला में बड़ा मुद्दा रही और इसने अगले हफ्ते पाकिस्तान और यूएई में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) से पहले टीम के लिए गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं।
 
पीटरसन ने कहा, ‘‘इस दुनिया में एक भी खिलाड़ी ऐसा नहीं है जो ईमानदारी से कह सके कि वे बिना अभ्यास के बेहतर हो सकते हैं जबकि वे हार रहे हैं। इंग्लैंड की टीम में एक भी खिलाड़ी ऐसा नहीं हो सकता जो भारत से रवाना होने वाले विमान में बैठकर खुद से कहे कि उन्होंने इंग्लैंड को जीतने में मदद करने के लिए हर संभव कोशिश की।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘और इसके कारण मैं आज शाम बहुत दुखी हूं। हारना ठीक है अगर आप हर दिन बेहतर होने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं और अगर इंग्लैंड ने इस श्रृंखला के दौरान ट्रेनिंग नहीं की तो उन्होंने प्रयास नहीं किया। किसी भी इंग्लैंड प्रशंसक के लिए यह दुखद है।’’
 
इंग्लैंड को बुधवार को तीसरे और अंतिम एकदिवसीय में 142 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान कमेंट्री करने वाले पीटरसन ने बताया कि चोटिल जैकब बेथेल (Jacob Bethell) की जगह लेने वाले टॉम बैनटन (Tom Banton) ने मैच से पहले का दिन ट्रेनिंग करने के बजाय गोल्फ कोर्स पर बिताया।
 
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं क्रिकेट खेलता था तो कभी गोल्फ (Golf) नहीं खेलता था। मैं नेट पर हजारों गेंदों का सामना करता था, यहां उपमहाद्वीप में सुधार करने की कोशिश करता था। इंग्लैंड में ब्रेक लो।’’
 
पीटरसन ने कहा, ‘‘इंग्लैंड को बहुत निराशा होगी लेकिन इसके लिए वे खुद ही दोषी हैं। हार का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। सोच-विचार करने की जरूरत है। अगर आप अभ्यास नहीं करते तो आप बेहतर नहीं बन सकते।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘उपमहाद्वीप ही वह जगह है जहां आप इन खिलाड़ियों को खेलने की कला सीखते हैं। नेट पर सभी तरह के स्पिनरों को खेलकर... इंग्लैंड को नेट पर घंटों समय बिताना चाहिए और भारत से यह सोचकर जाना चाहिए कि वे अब स्पिन के बेहतर खिलाड़ी हैं।’’


 
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने भी इंग्लैंड के पर्याप्त ट्रेनिंग नहीं करने पर अपना पक्ष रखा।
 
शास्त्री ने कमेंट्री करते हुए कहा, ‘‘मैंने जो सुना है उसके अनुसार इंग्लैंड ने इस पूरे दौरे में सिर्फ एक नेट सत्र किया। अगर आप कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार नहीं हैं तो आप बेहतर नहीं बन पाएंगे।’’
 
हालांकि कप्तान जोस बटलर ने अपनी टीम के ट्रेनिंग कार्यक्रम का बचाव किया।
 
बटलर (Jos Buttler) ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि यह सच है। हमारा दौरा काफी लंबा था, कुछ दिन लंबी यात्रा भी की। कई बार ऐसा हुआ कि हमने ट्रेनिंग नहीं की लेकिन हमने पूरे दौरे के दौरान काफी ट्रेनिंग की।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित रूप से एक बहुत अच्छा माहौल बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन इसे आलसी माहौल या प्रयास की कमी नहीं समझें। खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने और सुधार करने के लिए बेताब हैं।’’ (भाषा) 

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