लंदन। इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे वन-डे में महेन्द्रसिंह धोनी ने अपने 10 हजार पूरे किए, लेकिन धीमी पारी के कारण वे प्रशंसकों के निशाने पर आ गए। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और भारत को दो विश्वकप दिला चुके महेंद्रसिंह धोनी के बल्ले से धीमी रन गति के कारण प्रशंसकों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था।
कप्तान विराट कोहली को धोनी के बचाव में उतरना पड़ा। भारत को इस मैच में 86 रन से हार का सामना करना पड़ा था। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर और लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर भी धोनी के बचाव में आ गए हैं। सुनील गावस्कर ने धोनी का बचाव करते हुए कहा कि दबाव में अक्सर ऐसा हो जाता है और बल्लेबाज चाहते हुए भी रन नहीं बना पाता है।
गावस्कर ने यह भी कहा कि दूसरे वन-डे में धोनी द्वारा खेली गई 37 रनों की पारी ने उन्हें अपनी 36* की 'बदनाम' पारी याद दिला दी। टाइम्स ऑफ इंडिया के एक लेख में गावसकर ने लिखा कि 'उनका उस हालात में स्ट्रगल करना समझ आता है, जब आप असंभव स्थिति में फंस जाते हो, आपके पास विकल्प भी सीमित हों तो ऐसे में दिमाग नेगेटिव हो ही जाता है। उस स्थिति में हर अच्छा शॉट भी फील्डर के हाथ में जाता है और यह दबाव को और ज्यादा बढ़ा देता है।
गावस्कर ने लिखा कि धोनी के संघर्ष ने मुझे मेरी 'बदनाम' पारी की याद दिला दी जो मैंने भी वहीं पर खेली थी।' इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ दूसरे वन-डे में जीत के लिए 322 रनों लक्ष्य दिया था।