पैट कमिंस चाहते हैं मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए भी जीवंत पिच

Webdunia
रविवार, 20 दिसंबर 2020 (13:36 IST)
एडीलेड। पहले टेस्ट क्रिकेट में भारत की शर्मनाक हार में अहम भूमिका निभाने वाले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने स्वीकार किया कि उन्हें यहां के जीवंत विकेट से मदद मिली और वह मेलबर्न में 26 दिसंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए भी इसी तरह की पिच चाहते हैं।

कमिंस ने 21 रन देकर चार और जोश हेजलवुड ने आठ रन देकर पांच विकेट लिए, जिससे भारत अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच आठ विकेट से जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनाई।

कमिंस ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा, एमसीजी (मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड) पर एशेज टेस्ट (2017-18) और दो साल पहले भारत के खिलाफ टेस्ट मैच बेहद सपाट विकेट पर खेला गया था। उन्होंने कहा, एक गेंदबाज के लिए पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच का विकेट वास्तव में बहुत अच्छा था। उसमें मूवमेंट, तेजी और उछाल थी और उम्मीद है कि इस साल भी ऐसा विकेट होगा।

कमिंस ने कहा, जब गेंद और बल्ले के बीच अच्छी जंग की बात आती है तो एक खिलाड़ी ही नहीं एक प्रशंसक के तौर पर भी वे बहुत अच्छे विकेट थे। आपको लगता है कि अगर आप अपने कौशल का अच्छा उपयोग करते हैं तो मैच पर बड़ा प्रभाव छोड़ सकते हैं।

कमिंस ने पहले मैच में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के कीमती विकेट लिए। भारतीय कप्तान के बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौटने के कारण अब भारतीय बल्लेबाजी की मुख्य जिम्मेदारी पुजारा पर होगी।

पुजारा के विकेट के बारे में कमिंस ने कहा, विकेट से मदद मिल रही थी, ऐसा लग रहा था कि उसमें थोड़ा मूवमेंट था। हम उसकी (पुजारा) रक्षात्मक तकनीकी को चुनौती दे सकते हैं और विकेट में थोड़ा उछाल होने से निश्चित तौर पर मदद मिली। ऑस्ट्रेलियाई उप कप्तान ने ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की भी तारीफ की, जिन्होंने पहली पारी में पुजारा के लिए अच्छी गेंदबाजी की।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि लायनो (नाथन लियोन) ने पहली पारी में उनके लिए बहुत अच्छी गेंदबाजी की। हमें उनके खिलाफ क्या रणनीति अपनानी है इसको लेकर हमारी राय स्पष्ट थी। हमने देखा कि हम लेग साइड में अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक खड़ा करके उनके स्टंप को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं।

कमिंस ने कहा, उन्‍होंने पहली पारी में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। हमने भी अच्छी गेंदबाजी की और स्कोर बोर्ड चलायमान नहीं रहने दिया। अगर वह बड़े स्कोर नहीं बना पाते हैं, तो मैच में हमारी पकड़ बनी रहती है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख