बेंगलुरु: 1996 में आज ही के दिन भारतीय क्रिकेट टीम को दो चमकते सितारे मिले थे सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़। हालांकि बंगाल टाइगर के लॉर्ड्स में पहले मैच के पहले टेस्ट शतक के आगे राहुल द्रविड़ की चमक फीकी हो गई थी क्योंकि वह 95 पर आउट होकर शतक से चूक गए थे।
अब यह दोनों दोस्त भारतीय क्रिकेट प्रबंधन में अहम पद पर है। जहां सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष हैं वहीं राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच हैं। राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड से ही करियर शुरु किया था और अब बतौर खिलाड़ी हुई सारी कमियों को वह बतौर कोच मिटाना चाहेंगे।
2021 में शुरू हुई टेस्ट सीरीज़ 2022 में पूरी होगी और भारत व इंग्लैंड दोनों टीमों की कमान अब एक नए कप्तान और कोच के हाथों में होगी। भारत इस सीरीज़ में 2-1 से आगे है। मूल रूप से ओल्ड ट्रैफ़र्ड में होने वाला यह मैच अब एजबेस्टन में खेला जाएगा।
भारत के प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ इस सीरीज़ के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ़ एकमात्र टेस्ट नहीं है बल्कि इस पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंक भी दांव पर लगे हुए हैं। जिन्होंने पिछले साल यह सीरीज़ खेली थी और भारत को बढ़त दिलाई थी, वे इस सीरीज़ को जीतने के लिए पूरी जान लगा देंगे। इंग्लैंड इस समय काफ़ी अच्छा खेल रही है, इसका भी हमें ध्यान रखना होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "जब हम पिछले साल इंग्लैंड से भिड़े थे तो स्थितियां कुछ अलग थीं। वे न्यूज़ीलैंड से हार कर आ रहे थे। लेकिन इस बार वे न्यूज़ीलैंड को हराकर आ रहे हैं। हालांकि हमारी टीम भी काफ़ी मज़बूत है, इसलिए मैं एक अच्छे मैच की उम्मीद कर रहा हूं। मुझे टेस्ट क्रिकेट देखना, खेलना और उसके लिए लड़कों को तैयार करना काफ़ी अच्छा लगता है और मैं इसके लिए तैयार हूं।"
भारत को गुरुवार से लेस्टरशायर के ख़िलाफ़ चार दिन का अभ्यास मैच खेलना है। पिछले साल शुरू हुई इस सीरीज़ में भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे थे, वहीं अब कोच द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा हैं।
वहीं इंग्लैंड ने भी अपना कप्तान और कोच बदल लिया है। जो रूट की जगह अब बेन स्टोक्स कप्तान हैं, जबकि ब्रेंडन मैकुलम की कोचिंग में इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड को बुरी तरह से हराया है।