विश्व कप के लिए 3 अदद स्पिनर तैयार करे भारत : चौहान

Webdunia
रविवार, 24 सितम्बर 2017 (15:47 IST)
इंदौर। कलाई के 2 स्पिनरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को एकसाथ मौका देने के भारतीय टीम प्रबंधन के फैसले को सही ठहराते हुए पूर्व टेस्ट क्रिकेटर राजेश चौहान ने रविवार को यहां कहा कि इंग्लैंड में 2019 में होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखकर टीम को 3 अदद स्पिनर तैयार करने चाहिए।
 
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला के पहले 3 मैचों में अनुभवी रविचन्द्रन अश्विन और रवीन्द्र जडेजा को विश्राम देकर चहल और कुलदीप को आजमाया। जडेजा हालांकि अक्षर पटेल के चोटिल होने के कारण टीम में आ गए लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली।
 
भारत की तरफ से 21 टेस्ट और 35 वनडे मैच खेलने वाले चौहान ने कहा कि मुझे लगता है कि चयनकर्ता अभी यह देख रहे हैं कि इन दोनों (चहल और कुलदीप) में कौन दबाव को बेहतर तरीके से झेल रहा है? अभी उनके जज्बे और संयम की परीक्षा ली जा रही है और देखा जा रहा है कि कौन इनमें हर परिस्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम है ताकि वे विश्व कप के लिए कलाई के एक बेहतर स्पिनर का चयन कर सकें।
 
उन्होंने कहा कि अब भी हमारे पास अश्विन और जडेजा के रूप में 2 सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और अभी हमें उनका साथ देने के लिए एक अदद लेग स्पिनर की जरूरत है ताकि आक्रमण में विविधता बनी रहे। विश्व कप इंग्लैंड में होगा और यह गारंटी नहीं है कि वहां हमारे तेज गेंदबाज बहुत कामयाब रहें इसलिए मुझे लगता है कि चयनकर्ता स्पिन आक्रमण को और मजबूती प्रदान कर रहे हैं। 
 
चौहान ने कहा कि चयनकर्ताओं ने सही समय पर स्पिन विभाग में प्रयोग करने शुरू किए, क्योंकि इंग्लैंड की परिस्थितियों में विविधतापूर्ण स्पिन विभाग कारगर साबित होगा और यह भारत का मजबूत पक्ष भी साबित हो सकता है। 
 
कभी अनिल कुंबले और वेंकटपति राजू के साथ भारत की खतरनाक स्पिन तिकड़ी का हिस्सा रहे चौहान ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान श्रृंखला के लिए कलाई के 2 स्पिनरों को रखने का फैसला सही है और मुझे विश्वास है कि आगे की श्रृंखलाओं में भी स्पिन विभाग में इस तरह के प्रयोग जारी रहेंगे। इन दोनों को अभी आगे भी आजमाना चाहिए। 
 
मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई में 90 के दशक के शुरुआती वर्षों में भारत के पास चौहान ऑफ स्पिनर, कुंबले लेग स्पिनर और राजू बाएं हाथ के स्पिनर हुआ करते थे जिन्होंने तब विरोधी टीमों पर काफी कहर बरपाया। उसी दौर में भारत ने इंग्लैंड और श्रीलंका के खिलाफ 3-3 टेस्ट मैचों की श्रृंखलाओं में क्लीनस्वीप किया था। चौहान का मानना है कि भारत को न सिर्फ टेस्ट बल्कि वनडे में भी 3 स्पिनरों के साथ उतरना चाहिए।
 
चौहान ने कहा कि अगर आप मेरे से पूछिए तो मैं विश्व कप के लिए 3 स्पिनरों को तैयार करना चाहूंगा और उन्हें अंतिम एकादश में भी रखना पसंद करूंगा। विश्व कप ऐसे देश में हो रहा है, जहां मुझे लगता है कि स्पिनर अधिक कारगर साबित होंगे। वहां आपकी गेंदबाजी में विविधता मायने रखेगी। ऐसे में अगर आपके तरकश में पर्याप्त तीर हैं तो सफलता की संभावना बढ़ जाएगी। 
 
तो क्या अश्विन या जडेजा को आगे भी विश्राम देना चाहिए? इस सवाल पर चौहान ने कहा कि नहीं, उन्हें आगे विश्राम नहीं देना चाहिए। अभी असल में हमारी टीम का मनोबल काफी ऊंचा है और इसलिए प्रयोग किए जा रहे हैं लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि वे दोनों हमारे मुख्य स्पिनर हैं। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख