रोहित कमजोर रक्षात्मक तकनीक के कारण हो रहे विफल : जोंस

Webdunia
गुरुवार, 18 जनवरी 2018 (16:52 IST)
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डीन जोंस के मुताबिक भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में कमजोर रक्षात्मक तकनीक के कारण उनका प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है।
 
 
कप्तान विराट कोहली के अलावा कोई भी विशेषज्ञ भारतीय बल्लेबाज मौजूदा श्रृंखला के दो टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों का मजबूती से सामना नहीं कर पाया। लगातार दो हार के साथ भारत ने श्रृंखला भी गंवा दी है।
 
श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के दौरान एकदिवसीय मैचों में तीसरा दोहरा शतक और अंतरराष्ट्रीय टी-20 में सबसे तेज शतक का भारतीय रिकॉर्ड बनाने वाले रोहित के ‘मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उपकप्तान अजिंक्य रहाणे की जगह उन्हें टीम में चुना गया था लेकिन 4 पारियों में 19.50 की औसत से सिर्फ 78 बना वह इसे सही नहीं ठहरा पाए।
 
जोंस ने कहा कि मैंने उन्हें देखा है और वह तकनीकी रूप से दक्ष है। लेकिन आपके खेल में गलती तब होती है जब आपका रक्षात्मक पहलू कमजोर होता है और वह (रोहित) अपनी रक्षात्मक तकनीक के कारण विफल हो रहा है।
 
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में अपकी बल्लेबाजी का 70 प्रतिशत हिस्सा रक्षात्मक तकनीक पर निर्भर करता है और एक दिवसीय में इसकी जरूरत 40 प्रतिशत होती है। उनकी रक्षात्मक तकनीक उन्हें विफल बना रही है। उन्हें अपनी रक्षात्मक तकनीक पर सुनील गवास्कर, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और यहां तक कि विराट कोहली के जैसे भरोसा होना चाहिए।
 
जोंस ने कहा कि भारत को टीम चयन के मुद्दों को हल करने के लिऐ दक्षिण अफ्रीका जैसे कड़े दौरे की जरूरत थी। उन्होंने कहा कि अपको टीम का संयोजन सही करने के लिए ऐसे दौरे की जरूरत होती है ताकि यह पता चल सके कि खिलाड़ी दक्ष हैं या नहीं? उन्होंने कहा कि अगर अगली श्रृंखला में उन्हें टीम में जगह नहीं मिलती तो रवि (शास्त्री) और कोहली उन्हें कह सकते हैं कि हमने आपको मौका दिया।
 
भारत के पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर और बिशन सिंह बेदी ने भारत के लचर प्रदर्शन के लिए बिना तैयारी (बिना अभ्यास मैच खेले) के श्रृंखला में जाने को कारण बताया। जोंस उनकी बातों से इत्तेफाक नहीं रखते।
 
ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट और 164 एकदिवसीय खेलने वाले जोंस ने कहा कि गुरुवार को के दौर की क्रिकेट में अभ्यास मैचों का समय नहीं मिलता। लेकिन आप सिर्फ अभ्यास मैचों के भरोसे क्यों रहेंगे। मैंने वीवीएस लक्ष्मण से बात की है जिन्होंने बताया कि द्रविड़ और तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए 3 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर देते थे। उछाल लेती गेंद से निपटने की जिम्मेदारी खिलाड़ी को खुद लेनी चाहिए। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Mumbai Indians : 5 बार की चैंपियन मुंबई 5 मैच जीतने के लिए तरसी, जानिए 5 कारण

PCB चीफ का बड़ा ऐलान, विश्वकप जीते तो हर पाकिस्तानी खिलाड़ी खेलेगा करोड़ों से

BCCI Press Conference : विराट कोहली के स्ट्राइक रेट के बारे में चिंता करने वाले लोगों को चयनकर्ता ने दिया करारा जवाब

MS Dhoni ने CSK के इस खिलाड़ी के लिए निभाया है एक पिता का रोल

हार्दिक पंड्या के T20 World Cup में उपकप्तान होने से खुश नहीं है इरफान पठान

Rapid and Blitz 2024 : प्रज्ञानानंदा चौथे स्थान पर रहे, कार्लसन ने सुपरबेट टूर्नामेंट जीता

RCB के खिलाफ इस तरह हारी दिल्ली, प्लेऑफ की जंग हुई दिलचस्प

Gujarat Titans का करो या मरो मुकाबले में मजबूत KKR से सामना

पाटीदार और दयाल ने RCB को लगातार पांचवीं जीत दिलाई

पाटीदार का अर्धशतक, RCB ने दिल्ली को 188 रन का लक्ष्य दिया

अगला लेख