पाकिस्तान में चल रही आतंकवादी गतिविधियों के कारण कुल 8 श्रीलंकाई खिलाड़ी वापस स्वदेश आना चाहते हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आत्मघाती हमला हुआ था। एकदिवसीय सीरीज के बाद टी-20 सीरीज खेलने पहंची श्रीलंका पहला मैच पाकिस्तान से 6 रनों से हार गई है और दूसरा एकदिवसीय मैच शुक्रवार को होना है।
सूत्रों ने कहा कि तीन एकदिवसीय मुकाबलों की मेजबानी कर रहे रावलपिंडी के इस्लामाबाद के समीप होने के कारण खिलाड़ियों ने स्वदेश लौटने की इच्छा जताई।श्रीलंका की टीम मौजूदा एकदिवसीय श्रृंखला में खेलती रहे यह सुनिश्चित करने के लिए रात भर चर्चा हुई।
इस्लामाबाद में हुए आतंकवादी हमले के बाद श्रीलंका के आठ खिलाड़ियों ने दौरा जारी रखने को लेकर चिंता व्यक्त की थी। लेकिन एसएलसी द्वारा उनसे बात करने और आश्वासन दिए जाने के बाद उन्होंने दौरा जारी रखने का फैसला किया है।हालंगोडा ने कहा कि कोई भी खिलाड़ी श्रीलंका नहीं लौटेगा।उन्होंने कहा, मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।
घटनाक्रम से अवगत एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि खिलाड़ियों को यह समझाने के लिए काफी प्रयास किए गए कि वे पाकिस्तान में सुरक्षित रहेंगे और उन्हें श्रृंखला में खेलना जारी रखना चाहिए।
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर 2009 में आतंकियों ने हमला किया था जब टीम दूसरे टेस्ट मैच के लिए लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम जा रही थी।इस हमले में अजंता मेंडिस, चमिंडा वास और कप्तान महेला जयवर्धने सहित श्रीलंकाई टीम के कई सदस्य घायल हो गए थे जबकि कई पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
इस घातक हमले के बाद सभी विदेशी टीमों ने एक दशक से भी अधिक समय तक पाकिस्तान का दौरा करने से परहेज किया और देश को अपने घरेलू मुकाबलों की मेजबानी के लिए पश्चिम एशिया के विदेशी स्थलों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा।दिसंबर 2019 में श्रीलंका के पाकिस्तान दौरे के साथ ही देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई।