मुंबई: मयंक अग्रवाल, अक्षर पटेल और मोहम्मद सिराज अभी भारतीय टेस्ट टीम में नियमित नहीं हुए हैं, लेकिन तीनों युवा खिलाड़ियों ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में धमाकेदार प्रदर्शन किया। कप्तान विराट कोहली ने इन तीनों की तारीफ़ों के पुल बांधे।
विराट ने मैच के बाद मयंक के लिए कहा ,'मयंक ने ग़ज़ब का खेल दिखाया। वह लंबे समय बाद टीम में खेल रहे थे, लेकिन ऐसा उनके खेल से नहीं लगा। ऐसा करने के लिए आपको जुझारू होने की ज़रूरत होती है, आपको चरित्र दिखाना पड़ता है और मयंक ने निश्चित तौर पर यह दिखाया है। हम सभी खिलाड़ी अपने करियर में ऐसे समय से गुज़रते हैं, जिस पर अभी मयंक है। ऐसे महत्वपूर्ण समय में आपको दमदार प्रदर्शन करना होता है और उन्होंने ऐसा किया है। मुझे उम्मीद है कि वह अब निरंतर ऐसा करते रहेंगे।'
पहले टेस्ट में सिर्फ 30 रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल पर चयनकर्ताओं की तलवार लटकी थी लेकिन जैसे ही अजिंक्य रहाणे चोटिल होकर बाहर हुए उन्होंने यह मौका दोनों हाथों से लपका।
मयंक अग्रवाल ने मुंबई टेस्ट की पहली पारी में 150 और दूसरी पारी में 62 रन बनाए। दूसरे टेस्ट में उन्होंने कुल 212 रन बनाए। सिर्फ टेस्ट ही नहीं उनके इस प्रदर्शन के कारण वह सीरीज के टॉप स्कोरर हो गए हैं।
कप्तान ने मोहम्मद सिराज के लिए कहा,'सिराज के पास प्रतिभा और कौशल दोनों है। वह अपने हर स्पेल में एक ही ऊर्जा के साथ गेंदबाज़ी करते हैं। ऐसा लगता है कि वह अपने हर स्पेल में एक या दो विकेट निकाल सकते हैं। यह टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, ख़ासकर तब, जब कोई साझेदारी बन रही हो और आपको विकेट की सख़्त ज़रूरत हो। वह परिस्थितियों पर निर्भर नहीं रहते हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में जब गेंद स्विंग होना बंद हो गई, तब भी उन्होंने विकेट चटकाए, क्योंकि उनके पास वह कला और कौशल है।'
स्पिन के लिए मददगार पिच पर भी मोहम्मद सिराज की तेज गेंदों ने मुंबई टेस्ट की पहली पारी में न्यूजीलैंड का शीर्ष क्रम बिखेर दिया था। पहली पारी में सिराज ने 3 विकेट लिए थे। यह लगातार साबित होता जा रहा है कि सिराज ऑस्ट्रेलिया में तो उपयोगी हैं ही लेकिन भारतीय पिच पर भी एक उपयोगी गेंदबाज हैं।
लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल के लिए विराट ने कहा,' वह एक हरफ़नमौला खिलाड़ी हैं, जो टीम में संतुलन लाते हैं। वह टी20 क्रिकेट में पहले से क़ामयाब थे और जब उन्हें टेस्ट में मौक़ा मिला तो उन्होंने वहां भी कमाल दिखाया। वह फ़ॉर्मेट के अनुसार ही अपने खेल में परिवर्तन भी लाते हैं, जो कि एक बेहतरीन खिलाड़ी की निशानी है। अगर वह अपने कौशल और फ़िटनेस पर लगातार काम करते हैं, तो वह भारत के लिए लंबे समय तक खेलने में सफल होंगे। यह आधुनिक क्रिकेट की मांग है कि आप अपना फ़िटनेस स्तर हमेशा ऊंचा रखे।'
मुंबई टेस्ट की पहली पारी में अक्षर पटेल ने मयंक अग्रवाल के साथ सातवें विकेट के लिए 67 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की जिससे भारत मुश्किल से निकल पाया। अक्षर पटेल ने पहली पारी में 128 गेंदो में 5 चौके और 1 छक्का की मदद से 52 रन बनाए थे।
इसके बाद गेंदबाजी में उन्होंने भले ही वह कमाल नहीं किया हो जिसके लिए वह जाने जाते हैं लेकिन बिना विकेट चटकाए पवैलियन नहीं लौटे। पहली पारी में 2 तो दूसरी पारी में उन्होंने 1 विकेट चटकाया।