साल 2024 में 1000 टेस्ट रन बनाने के बावजूद रणजी ट्रॉफी खेलने को मजबूर यशस्वी जायसवाल

WD Sports Desk
बुधवार, 15 जनवरी 2025 (16:53 IST)
बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज में 391 रन बनाकर भारत के सबसे सफल बल्लेबाज को भी अब रणजी ट्रॉफी में खुद को साबित करना पड़ेगा। गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट को हर खिलाड़ी के लिए अनिवार्य कर दिया है। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे यशस्वी जायसवाल को भी यह नियम मानना पड़ेगा।और वह मुंबई टीम के लिए इस महीने की 23 तारीख को वानखेड़े स्टेडियम पर उतर सकते हैं।

मुंबई रणजी टीम के शिविर से जुड़े जायसवाल

भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल रणजी ट्रॉफी के अगले दौर के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि करने के बाद बुधवार को यहां मुंबई की टीम के शिविर में शामिल हो गए, लेकिन पहले दिन दो अभ्यास सत्र में भाग लेने वाले कप्तान रोहित शर्मा दूसरे दिन नजर नहीं आए।

मंगलवार को यहां वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ बल्लेबाजी का अभ्यास करने वाले रोहित के एक या दो दिन में फिर से अभ्यास सत्र में भाग लेने की उम्मीद है।

रोहित ऑस्ट्रेलिया के दौर में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उन्होंने तीन टेस्ट मैच की पांच पारियों में केवल 31 रन बनाए जिससे टीम में उनके स्थान को लेकर सवाल उठने लगे थे।

इस बीच जायसवाल ने सुबह बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में ओपन नेट सत्र में बल्लेबाजी का अभ्यास किया। उनके अलावा अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे ने भी बल्लेबाजी का अभ्यास किया।

साल 2024 में यशस्वी जयसवाल एक हजार रन के विशिष्ट क्लब में हुए थे शामिल

यशस्वी जयसवाल एक कैलेंडर वर्ष के भीतर घरेलू टेस्ट मैचों में एक हजार रन का आंकड़ा पार करने वाले नये बल्लेबाज बन गए थे।न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में यशस्वी ने यह उपलब्धि हासिल की थी। इसके साथ ही युवा भारतीय बल्लेबाज ने क्रिकेट के कुछ महान खिलाड़ियों के क्लब में अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली थी। जायसवाल ने 2024 के लिए घरेलू टेस्ट में कुल एक हजार रन बनाए हैं।

जयसवाल की उपलब्धि न केवल उनकी असाधारण प्रतिभा को उजागर करती है बल्कि भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाती है। 22 वर्षीय बाएं हाथ का बल्लेबाज पूरे साल शानदार फॉर्म में रहा है, जिसमें उसने आक्रामकता और तकनीक का मिश्रण दिखाया है, जिससे उसे प्रशंसकों और आलोचकों से समान रूप से प्रशंसा मिली है। मील के पत्थर तक पहुंचने के उनके यात्रा उल्लेखनीय प्रदर्शनों की एक श्रृंखला के साथ शुरू हुई, जिसमें कई शतक शामिल हैं जिन्होंने भारत के घरेलू टेस्ट सीज़न के लिए माहौल तैयार किया है।

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