केरल में कैसे सीटों का सूखा खत्म करेगी भाजपा, क्या है पार्टी का प्लान?

भाजपा ने केरल में रखा 10 सीटों पर जीत का लक्ष्य

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 10 मार्च 2024 (11:18 IST)
Kerala loksabha election : भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में केरल में अपने लिए सीटों के ‘सूखे’ को खत्म करने के प्रयास तेज कर रही है। अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय तक पहुंच बनाने के समन्वित प्रयासों के साथ ही पार्टी का उद्देश्य इस दक्षिणी राज्य में पैर जमाना है। पार्टी ने केरल में 10 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।

ALSO READ: लोकसभा चुनाव में मोदी बनाम राहुल की गारंटी में कौन किस पर भारी?
हिंदू समर्थक माने जाने वाली भाजपा के लिए केरल का जनसांख्यिकी परिदृश्य एक कठिन चुनौती पेश करता है। राज्य की आबादी में मुस्लिम और ईसाई वर्ग की तादाद अच्छी-खासी है। बहरहाल, पार्टी मतदाताओं के विविध वर्ग को लुभाने की कोशिश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है।
 
पीएम मोदी पर निर्भरता : पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केरल के लगातार दौरों का फायदा उठाने का प्रयास कर रही है और राज्य की जरूरतों के अनुरूप विकास के एजेंडे पर जोर दे रही है।
 
पार्टी के नेताओं ने बताया कि ‘मोदी की गारंटी’ इस बार केरल में भाजपा के चुनावी अभियान का मुख्य नारा होगा। पार्टी के चुनाव प्रचार का नारा ‘मोदी की गारंटी’, प्रधानमंत्री की लोकप्रियता और नेतृत्व पर उसकी निर्भरता को दिखाता है।
 
चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए दिग्गज : पार्टी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रमुख ईसाई नेता व कांग्रेस के दिग्गज नेता ए के एंटनी के बेटे अनिल के एंटनी और केरल के अनुभवी नेता पी सी जॉर्ज को अपने पाले में शामिल किया है। हाल में पूर्व मुख्‍यमंत्री के करूणाकरन की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल भी भाजपा में शामिल हो गईं।
 
दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारा : भाजपा ने अपनी चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी के साथ ही दो केंद्रीय मंत्रियों राजीव चंद्रशेखर और वी. मुरलीधरन को मैदान में उतारा है। अनिल के. एंटनी को भी टिकट दिया गया है।
 
केरल में अब तक 12 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। पार्टी ने पहली सूची में जिन 195 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया है उसमें अब्दुल सलाम एकमात्र मुस्लिम है।

क्या है चुनौती : केरल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) में सीट शेयरिंग पर समझौता हो गया है। कांग्रेस 20 में से 16 सीटों सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) 2 सीटों (मलप्पुरम और पोन्नानी), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी एक सीट (कोल्लम) और केरल कांग्रेस एक सीट (कोट्टायम) पर चुनाव लड़ेगी।
 
हालांकि CPI केरल में कांग्रेस के सामने अपने उम्मीदवार उतार रही है। सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा वायनाड से राहुल गांधी और पन्नियन रवींद्रन तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर को चुनौती देंगे। (इनपुट : भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

जम्मू-कश्मीर में अभी भी सबसे बड़ा सवाल, ‘दरबार मूव’ क्या सच में खत्म हो चुका है

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ वारंट की तामील पर रोक, जानिए क्या है मामला

कौन बनेगा महाराष्ट्र का मुख्‍यमंत्री? एकनाथ शिंदे दौड़ से लगभग बाहर

खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह डल्ला के 2 गुर्गे गिरफ्तार, विदेशी पिस्तौल और फोन जब्त

इंडिया गठबंधन के खिलाफ भ्रामक वीडियो पोस्ट करने पर BJP के खिलाफ कांग्रेस ने दर्ज करवाई प्राथमिकी

अगला लेख