dipawali

अमित शाह से लेकर सिंधिया तक तीसरे चरण में इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 7 मई 2024 (10:14 IST)
Loksabha election voting : देश में तीसरे चरण के तहत लोकसभा चुनाव के लिए 11 राज्यों की 93 सीटों पर मतदान चल रहा है। सूरत सीट पहले ही भाजपा निर्विरोध जीत चुकी है। इस चरण में 7 केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने इन 93 में 71 और कांग्रेस ने मांत्र 5 ही सीटें जीती थी। जानिए इस चरण में किस किस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ALSO READ: live : दिग्गजों ने किया मतदान, पहले 2 घंटे में मध्य प्रदेश में 14.07 फीसदी वोटिंग
 
तीसरे चरण में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (गांधीनगर), ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना), मनसुख मांडविया (पोरबंदर), पुरुषोत्तम रूपाला (राजकोट), प्रह्लाद जोशी (धारवाड़) और एसपी सिंह बघेल (आगरा) की प्रतिष्‍ठा दांव पर लगी हुई है। 
 
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री शिवराजसिंह चौहान विदिशा और दिग्विजय सिंह राजगढ़ से चुनाव मैदान में है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद राधाकृष्‍ण डोड्‍डामणि का राजनीतिक भविष्‍य भी आज ईवीएम में कैद हो जाएगा।
 
सपा नेता मुलायम सिंह यादव की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले, महाराष्‍ट्र के उपमुख्‍यमंत्री अजीत पवार के पत्नी सुनेत्रा पवार बारामती, क्रिकेटर युसुफ पठान और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी बहरामपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। ALSO READ: पीएम मोदी ने गांधीनगर में डाला वोट, लोगों से की अपील
 
सपा के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद सीट से फिर से मैदान में हैं। शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव बदायूं लोकसभा सीट से चुनावी राजनीति की शुरुआत कर रहे हैं।
 
तीसरे चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह एटा से हैट्रिक बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। 
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अफगानिस्तान ने उठाया भारत जैसा कदम, पानी के लिए तरस जाएगा पाकिस्तान

यूएन में सबकुछ ठीक नहीं, जयशंकर ने पाकिस्तान पर साधा जमकर निशाना

चूहे के कारण लगी प्रवेश के पेंटहाउस में आग, लेकिन स्‍मार्ट लॉक की वजह से गई जान, कितना खतरनाक है ये लॉक सिस्‍टम

आगरा में जुगाड़ की आतिशबाजी, जीवन पर पड़ी भारी, हादसे का CCTV आया सामने

ग़ाज़ा युद्धविराम एक 'जीवन रेखा' मगर वहां के अस्पताल अब भी जर्जर

अगला लेख