मध्यप्रदेश को अपराधों के मामले में देश में सबसे आगे माना जाता है। राजधानी भोपाल से लगे होशंगाबाद के इटारसी में सरकारी अस्पताल में पदस्थ एक सरकारी डॉक्टर ने अपने ड्राइवर की बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर हत्या कर दी। अवैध संबंधों के शक में बदनाम करने की धमकी के बाद हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में डॉक्टर पर इस कदर हैवानियत सवार हुई कि उसने शव के टुकड़े कर एडिस से भरे ड्रम में डाल दिए।
आइए डालते हैं मध्यप्रदेश में इसी तरह हुए 4 जघन्य हत्याकांडों पर एक नजर, जिन्हें पढ़कर आप दहल जाएंगे... साथ ही आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि हवस, नफरत और अवैध संबंधों की वजह से इंसान किस हद तक हैवान बन जाता है...
कविता रैना हत्याकांड : 27 अगस्त 2015 को मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक दिल दहला देने वाली घटना में बच्चों को बस स्टॉप लेने गई एक महिला की अपहरण के बाद नृशंस हत्या कर दी गई। हत्यारों ने उसके शरीर को छह हिस्सों में काटकर नाले में फेंक दिया। भंवरकुआं पुलिस के मुताबिक बुधवार सुबह तीन इमली से गुजरने वाले लोगों ने पुलिया के नीचे प्लास्टिक की दो बोरियों में लाश होने की सूचना दी। टीआई राजेंद्र सोनी मौके पर पहुंचे। महिला का सिर, दोनों हाथ और दोनों पैर कटे हुए थे। ऐसा लग रहा था कि इसके लिए कटर का इस्तेमाल किया गया है।
ऐसा माना जा रहा था कि हत्यारों ने महिला की हत्या अन्य जगह की और लाश यहां फेंक दी। उसके शरीर पर चाकुओं के निशान भी थे। महिला की पहचान कविता रैना के रूप में हुई। पुलिस की विस्तृत जांच के बाद आरोपी की पहचान महेश बैरागी (31) के रूप में की और उसे गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि कोर्ट में आरोपों को साबित नहीं किया जा सका और अदालत ने संदेह का लाभ देते हुए उसे तमाम आरोपों से बरी कर दिया।
भूमि हत्याकांड : 16 सितंबर 2006 को एक दिल दहला देने वाले घटनाक्रम में एक महिला ने अपनी ही बहू ही बेहद खौफनाक ढंग से हत्या कर दी। सास धनवंतरि ने बहू भूमि के सात टुकड़े कर दिए थे। लाश को घर के पास स्थित एक बगीचे में फेंक दिया था। इंदौर के सर्वोदय नगर में हुई इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था।
उदयपुर के चांदी व्यापारी की बेटी भूमि की सास ने घरेलू विवाद के चलते हत्या कर दी थी। सास ने देर रात भूमि पर चाकू से कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई थी। फिर रात भर में उसने चाकू व कैंची से भूमि की लाश के कई टुकड़े कर दिए थे। फिर उसकी अंतड़ियां निकालकर, पानी से खून धोने के बाद शरीर के हिस्सों को पोटली में बांध कर अल सुबह एक्टिवा पर रखकर ले गई और पोटली को सर्वोदय नगर के बगीचे में फेंक दिया था। इसमें पति व ससुर ने भी पूरा साथ दिया।
सरदारपुरा का विभत्स हत्याकांड : 5 सितंबर 2017 को सरदारपुरा के दूधतलाई में एक वीभत्स हत्याकांड सामने आया। रमेश लौधी के घर से मिली इस लाश का चेहरा व आधी गर्दन कटी लाश के दोनों पैर भी घुटने के नीचे से गायब थे। जिसने भी यह दृश्य देखा अंदर तक सिहर उठा। पुलिस सुत्रों ने कहा कि मृतक लोन दिलाने के बहाने महिला से मिलने के लिए एक माह से उसके घर आ रहा था, पति को उसका घर आना पसंद नहीं था।
इसी को लेकर आरोपी ने निर्ममता से उसकी हत्या कर लाश को घर के नीचे वाले कमरें ही बिस्तर में छुपा कर रख दिया। ऊपर से बरसाती ढंक दी और घर वालों से बोला पानी टपकता है इसलिए लगाई है, हटाना मत। फिर लाश को काटकर ठिकाने लगाने के लिए नए बोरे खरीदकर लाया। दो पैर काटकर बोरे में भरकर ले भी गया। उसके घर से जाने के कुछ देर बाद ही उसकी आठ साल की बेटी ने सफाई करते हुए बरसाती हटाई तो मृत युवक का हाथ देख घबरा कर चीख उठी, इसके बाद लोगों की भीड़ लग गई। मृतक की पहचान रामू उर्फ धरम पिता केशव धाकरे के रूप में की गई।
तनु हत्याकांड : इंदौर के तिलकनगर में रहने वालीं तनु ऊर्फ पूजा राजौरिया 17 मार्च 2017 को रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई थी। पुलिस ने उसकी हत्या के मामले में उसके पति चंदन को हिरासत में लिया था। उस पर आरोप था कि उसने अपने साथी महीप के साथ मिलकर तनु की हत्या की। पुलिस पुछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपी ने बाथरूम में शव के टुकड़े कर एक दिन फ्रीज में रखे थे और बाद में बक्सों में उसे भरकर इंदौर से ओंकारेश्वर तक के मार्ग पर अलग-अलग नदी नालों में बहा दिए थे।
पुलिस ने आरोपियों को साथ लेकर कई स्थानों पर तनु के शरीर के टुकड़े तलाशने का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली। चंदन ने पुलिस पूछताछ में तो गुनाह कबूल कर लिया पर कोर्ट में पलट गया। जांच में खामियों की वजह से आरोपी को अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।