भोपाल। मध्यप्रदेश अब धीमे-धीमे राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा है। विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही कोरोना के चलते 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले सदन में भाजपा ने कमलनाथ सरकार को अल्पमत में बताते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग की। इसको लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। इस दौरान सदन में जमकर नारेबाजी भी देखने को मिली।
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के कोरोना के चलते सदन की कार्यवाही को 10 दिन के लिए स्थगित किए जाने के बाद पहले भाजपा विधायक कुछ देर के सदन में बैठे, उसके बाद सभी विधायक राजभवन की ओर निकल गए।
राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड- 10 दिन के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगति होने के बाद भाजपा ने राज्यपाल लालजी टंडन के सामने अपने विधायकों की परेड कराई। इस परेड में भाजपा के 106 विधायक मौजूद थे। मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी भाजपा विधायकों के साथ राजभवन में नहीं पहुंचे हालांकि वे विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चर्चा करते हुए दिखाई दिए थे।
राजभवन में विधायकों की परेड के बाद शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए सरकार को अल्पमत में बताते हुए उनसे हस्तक्षेप की मांग की, वहीं दूसरी ओर भाजपा अब जल्द ही कांग्रेस के बागी विधायकों की बंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस करा सकती है। वहीं तेजी से बदलते घटनाक्रम में मुख्यमंत्री निवास पर भी लगातार बैठकों का दौर जारी है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा के साथ भाजपा के बड़े नेताओं के बीच लगातार बैठकों का दौर जारी है।