45 लाख के पुराने नोटों के साथ व्यापारी गिरफ्तार

Webdunia
मंगलवार, 25 अप्रैल 2017 (12:01 IST)
इंदौर। विमुद्रीकरण के साढ़े पांच महीने बाद पुलिस ने 44.86 लाख रुपए के बंद हो चुके नोटों के साथ सोमवार को 45 वर्षीय कारोबारी को गिरफ्तार किया है। पखवाड़े भर के भीतर यहां दो अलग-अलग मामलों में कुल एक करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य के 500 और 1,000 रुपए के बंद नोट पकड़े जा चुके हैं।
 
तुकोगंज पुलिस थाने के प्रभारी राजकुमार यादव ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सोमवार देर रात एक स्कूल के पास गिरफ्तार आरोपी की पहचान जानकी नगर निवासी प्रवीण अग्रवाल के रूप में हुई है। वह पेशे से कारोबारी है।
 
उन्होंने बताया कि अग्रवाल को जब यहां पकड़ा गया, तब वह मूलत: महाराष्ट्र में पंजीकृत एक महंगी कार चला रहा था। इस कार से 44.86 लाख रुपए मूल्य के 500 और 1,000 रुपए के बंद नोट बरामद किए गए।
 
यादव ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पुलिस को संदेह है कि वह कमीशन पर अप्रचलित मुद्रा बदलवाने के लिये एक व्यक्ति के पास जा रहा था। मामले में विस्तृत जांच जारी है।
 
इंदौर में एक अन्य मामले में कनाड़िया पुलिस ने 11 अप्रैल को 64.30 लाख रुपए के बंद नोटों के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत आठ नवंबर की रात अपने टेलीविजन संदेश में घोषणा की थी कि 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट अब वैध मुद्रा नहीं रहेंगे। (भाषा) 
Show comments

जरूर पढ़ें

बिहार चुनाव से पहले SIR का क्यों है डर? जानिए चुनाव आयोग और विपक्ष का तर्क

Government Jobs : आने वाली है सरकारी नौकरियों की बाढ़, CAPF में 1.09 लाख पद खाली, 72,689 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी

जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: दैवीय हस्तक्षेप या राजनीतिक विवशता?

राहुल ने पीएम पद ठुकराया था, मनमोहन सिंह ने किया था ऑफर, सांसद पप्पू यादव का सनसनीखेज खुलासा

गोरखपुर के PAC ट्रेनिंग सेंटर में बवाल, सुविधाओं को लेकर महिला सिपाहियों का हंगामा

सभी देखें

नवीनतम

ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिर को बनाया निशाना, दीवारों पर लिखे अपमानजनक शब्‍द

सदन में मुझे मां-बहन की गालियां दी गईं, हमले की भी योजना थी

आखिर थाइलैंड और कंबोडिया में क्यों हो रही है जंग, क्या है विवाद की वजह

चुनाव आयोग की धोखाधड़ी के 100 फीसदी सबूत, राहुल गांधी के आरोप पर क्या कहा EC ने

भारत-ब्रिटेन ट्रेड डील की मुख्य बातें, जानिए किस क्षेत्र को मिलेगा कितना फायदा

अगला लेख