गणेशोत्सव और चेहल्लुम की गाइडलाइन: 30 बाय 45 के बनेंगे पंडाल, चल समारोह पर रोक, विसर्जन के लिए 10 की अनुमति

विकास सिंह
शुक्रवार, 3 सितम्बर 2021 (12:04 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने गणेशोत्सव और चेहल्लुम पर्व को लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी है। गृह विभाग की गाइडलाइंस के मुताबिक गणेशोत्सव और चेहल्लुम के दौरान 30 बाय 45 फीट के पंडाल ही बनाए जा सकेंगे। वहीं कम जगह या संकरी सड़क पर पंडाल बनाने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ आयोजकों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि झांकी स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्र नहीं हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

इसके साथ ही गणेशोत्सव और चेहल्लुम के विसर्जन में अधिकतम 10 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी। विसर्जन के लिए आयोजकों को प्रशासन के लिए अलग से अनुमति लेनी होगी। धार्मिक, सामाजिक जुलूस या चल समारोह नहीं निकाले जाएंगे। झांकी स्थल पर भीड़ नहीं होगी। गाइडलाइंस के मुताबिक नाइट कर्फ्यू फिर से लागू हो गया है।

इसके साथ ही आयोजनों को लाउडस्पीकर के इस्तेमाल में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है। झांकियों, पंडालों और विसर्जन स्थल पर श्रद्धालु और आयोजक फेस कवर पहनकर आएंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे। इसके साथ ही सैनेटाइजर का इस्तेमाल जरूरी होगा। नियमों का उल्लंघन कर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: सोनप्रयाग से केदारनाथ की पैदल यात्रा स्थगित

इसराइल ने ईरान के रक्षा मुख्यालय को निशाना बनाया, ईरान ने भी बरसाईं मिसाइल

Coronavirus : दिल्ली में बढ़ा कोरोना का खतरा, 1 ही दिन में 3 लोगों की मौत, जानिए एक्टिव मरीजों की संख्‍या

DNA सैंपल से हुई विजय रुपाणी के शव की पहचान, अहमदाबाद प्लेन क्रैश में गई थी जान

कौन था केदारनाथ के पास क्रैश हेलीकॉप्टर का पायलट राजवीर सिंह चौहान, क्या था उसका सेना से कनेक्शन?

अगला लेख