इंदौर। कनाड़िया थाना क्षेत्र के रणछोड़दास आश्रम में एक साधु पर 13 साल की बच्ची का यौन शोषण करने का आरोप है। पीड़ित अपने तीन भाई-बहनों के साथ आश्रम में ही रहती थी।
पीड़िता ने बताया कि 2 महीने पहले उसके पिता ने साधु अवधेशदास से सात हजार रुपए उधार लिए थे। उसके बाद से ही तीनों बच्चे आश्रम में ही रह रहे थे। यह बच्ची 8वीं कक्षा में पढ़ती है। साधु ने इन बच्चों को इतना डरा रखा था कि बच्चे सब-कुछ चुपचाप सह रहे थे।
कुछ दिन पहले इन बच्चों ने वहीं के कुछ अन्य हम उम्र बच्चों को ये बातें बताईं। जब गांव के इन बच्चों ने साधु को इन चारों बच्चों को छोड़ने की बात कही तो साधु ने कहा कि उसने 7000 रुपए देकर बच्चों को खरीदा है। यदि उसे उसके रुपए दे दिए जाएं तो वो इन चारों बच्चों को छोड़ देगा।
इस पर गांव के बच्चों ने चंदा इकट्ठा करना शुरू किया। जब स्कूल में शिक्षिकाओं ने बच्चों से चंदा करने का कारण पूछा तो मामले का खुलासा हुआ। इस पर साधु द्वारा 4 बच्चों को बंधक बनाने और एक नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई गई।
कनाड़िया पुलिस ने खत्रीखेड़ा गांव स्थित आश्रम पर दबिश देकर ढोंगी साधु अवधेशदास को पकड़ा और बच्चों को छुड़ाया कराया।
साधु को पकड़कर जब थाने लाया गया तो बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। उन्होंने थाने के अंदर ही आरोपी की पिटाई कर दी। पुलिस ने उसे बचाया। पीड़िता और उसके भाई बहनों को चाइल्ड लाइन भेजा गया।