श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित पालपुर-कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आज नामीबिया से लाई गई एक मादा चीता साशा की मौत हो गई। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थी। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की मौत हो गयी। उसकी उम्र लगभग 5 वर्ष थी। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। नामीबिया से 17 सितंबर को 8 चीतों को लाया गया था। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर बाड़े में रिलीज किया था। इनमें साशा भी शामिल थी।
23 जनवरी को बीमार हुई थी साशा : वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि मादा चीता मृत अवस्था में मिली। भोपाल से फॉरेस्ट और वेटनरी डॉक्टरों की एक टीम कूनो पहुंच गयी है। कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े के कंपार्टमेंट नंबर-5 में पिछले वर्ष 28 नवंबर को तीन मादा चीता सवाना, साशा और सियाया को छोड़ा गया था।
तीनों मादा चीता एक साथ ही कंपार्टमेंट में रहकर शिकार भी कर रही थीं। 23 जनवरी को चीता साशा बीमार हो गई थी, जिसके इलाज के लिए भोपाल से वेटनरी डॉक्टरों की टीम कूनो पहुंची थी।
डॉक्टरों ने उसकी किडनी में इंफेक्शन होना बताया था। वन विहार से पहुंची एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम मादा चीता को अपनी देखरेख में लेकर उसका इलाज कर रही थी। इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार भी आया था।
सूत्रों ने बताया कि 17 सितंबर को कूनो में 8 चीते छोड़ने के बाद दूसरे चरण में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे। 18 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने इन्हें कूनो के बाड़े में रिलीज किया था। इसके बाद कूनो में चीतों की संख्या 20 हो गई थी। Edited By : Sudhir Sharma